इस्लामाबाद भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन को छोड़ने की परिस्थितियों को लेकर नवाज शरीफ के करीबी सरदार अयाज सादिक के महाविस्फोटक खुलासे से पाकिस्तान में भूचाल आया हुआ है। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने पीएमएल एन के नेता के बयान को ‘इतिहास को विकृत’ करने का एक प्रयास करार दिया है। वहीं इस पूरे खुलासे को नवाज शरीफ बनाम सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा की जंग से भी जोड़कर देखा जा रहा है। सरदार सादिक के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने गुरुवार को कहा कि उनका बयान ‘इतिहास को विकृत’ करने का एक प्रयास है। मेजर जनरल इफ्तिखार ने कहा, ‘पाकिस्तान इतिहास को सही करने के उद्देश्य से यह स्पष्ट करना चाहता है कि पाकिस्तान ने अपनी क्षमता और संकल्प का प्रदर्शन किया और 27 फरवरी को अपनी क्षमता के हिसाब से कार्रवाई की।’ सादिक के बयान का राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर पड़ा: इफ्तिखार इफ्तिखार ने कहा कि सादिक के बयान का राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर पड़ा है। उन्होंने कहा, ‘हम सभी को ऐसे समय में जिम्मेदारी से काम करना होगा जब पाकिस्तान के दुश्मनों ने देश पर एक हाइब्रिड युद्ध लाद दिया है…पाकिस्तान की सशस्त्र सेना को न केवल आंतरिक और बाहरी चुनौतियों के बारे में पता है, बल्कि उनका सामना करने के लिए भी तैयार हैं।’ वहीं पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भी दावा किया है कि भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर की रिहाई के लिये देश पर कोई दबाव नहीं था। सादिक की टिप्पणी पर विदेश कार्यालय के प्रवक्ता जाहिद हफीज चौधरी ने कहा कि विंग कमांडर अभिनंदन की रिहाई को लेकर पाकिस्तान पर कोई दबाव नहीं था । प्रवक्ता ने अपने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'पाकिस्तान सरकार ने यह निर्णय शांति के मद्देनजर लिया था और अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस फैसले का स्वागत किया था।' उधर, इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने कहा है कि नवाज शरीफ के करीबी नेता सादिक भारत की भाषा बोल रहे हैं। सादिक ने 100 भारत को खुश करने के लिए यह बयान दिया है। 'बाजवा के पैर कांप रहे थे, माथे पर पसीने की बूंदें थीं' इससे पहले सादिक ने कहा था कि सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा सहित देश के शीर्ष नेताओं की मौजूदगी में एक बैठक के दौरान उस समय ‘पैर कांप रहे थे और माथे पर पसीने की बूंदे झलक रही थी’ जब विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने विंग कमांडर अभिनंदन को छोड़ने की गुहार लगाते हुए कहा था कि यदि उन्हें रिहा नहीं किया गया तो भारत पाकिस्तान पर हमला कर देगा। सादिक, पीएमएल-एन सरकार के समय नेशनल असेंबली के अध्यक्ष थे। सादिक ने कहा, ‘पैर कांप रहे थे और माथे पर पसीने छूट रहे थे और विदेश मंत्री (कुरैशी) ने हमसे कहा कि अल्लाह के वास्ते हमें उन्हें (वर्धमान) छोड़ देना चाहिए क्योंकि भारत रात नौ बजे पाकिस्तान पर हमला कर रहा है।’ सादिक ने कहा, ‘भारत हमला करने की योजना नहीं बना रहा था ... वे सिर्फ भारत के आगे घुटने टेकना चाहते थे और अभिनंदन को वापस भेजना चाहते थे।’ भारतीय वायु सेना के 37 वर्षीय अधिकारी को 27 फरवरी को पाकिस्तानी सेना ने उस दौरान बंदी बना लिया था जब पाकिस्तानी विमानों के साथ हुई हवाई जंग में वर्धमान के मिग-21 बाइसन विमान को गिरा दिया गया था। सादिक के खुलासे से नवाज बनाम बाजवा की जंग और तेज पीएमएल एन नेता सादिक के खुलासे से पाकिस्तान में नवाज शरीफ बनाम सेना प्रमुख की जंग और तेज हो गई है। विश्लेषकों का मानना है कि सेना प्रमुख पर पिछले कई दिनों से लगातार हमले कर रहे नवाज शरीफ के करीबी ने अभिनंदन के रिहाई की पोल खोलकर जनरल बाजवा की दुखती रग पर हाथ रख दिया है। इससे पहले बाजवा अभिनंदन की गिरफ्तारी को लेकर शेखी बघारते थे लेकिन इस खुलासे ने उनकी पोल खोलकर रख दी है। यही नहीं जनरल बाजवा की कठपुतली इमरान सरकार भी अब सवालों के घेरे में आ गई है।
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