
इन्दौर। शहर के लोग कर्फ्यू और लॉकडाउन में भी बाहर निकलने लगे हैं। कुछ लोग ताजी सब्जी के चक्कर में फर्जी पास लगाकर बायपास के आसपास जा रहे हैं और वहां से सब्जी लेकर आ रहे हैं। शाम के समय बायपास से सटे पिपलियाहाना, कनाडिय़ा, नेमावर रोड और रालामंडल में सब्जी की दुकानें लग रही है जो एक तरह से घातक है। इससे संक्रमण की संख्या बढ़ सकती है और जो गांव अभी तक संक्रमण से मुक्त है, वहां हालात खराब हो सकते हैं।
नगर निगम सब्जी, राशन और फल उपलब्ध करवा रहा है, लेकिन लोग किसी न किसी बहाने से घर से बाहर निकलकर बायपास तक पहुंच रहे हैं और वहां से कुछ न कुछ सामान लेकर घर आ रहे हैं। कई लोग तो छोटा-मोटा बांटने का सामान लेकर बायपास पहुंच जाते हैं और वहां से निकल रहे मजदूरों को देने के बाद आसपास के गांवों में सब्जियां लेने पहुंच जाते हैं। इनमें पिपलियाहाना बायपास से लगे गांवों में सब्जियां बड़ी संख्या में बिक रही है। कुछ लोग सड़कों पर ही दुकान लगाकर सब्जियां बेच रहे हैं। कनाडिय़ा रोड, राला मंडल में तो एक दर्जन से अधिक दुकानें खुल गई हैं। हालांकि ये किसान नहीं है, लेकिन कमाई के चक्कर में कहीं से सब्जी खरीद ले आते हैं और सड़क किनारे बेचने बैठ जाते हैं। इसके साथ ही नेमावर रोड पर दुधिया और खुड़ैल तक सब्जी की दुकानें लगी हुई है। इन दुकानों पर आम, तरबूज और खरबूज भी मिल रहे हैं। सुबह और शाम यहां बड़ी संख्या में शहर के लोग देखे जा सकते हैं। पुलिस प्रशासन ने हालांकि बायपास से रास्ते बंद कर रखे हैं, लेकिन किसी भी विभाग का पास लगाकर ये लोग यहां पहुंच रहे हैं।
किसानों ने तो सब्जियां नष्ट कर दी
शहर के आसपास के किसानों ने तो अपने खेतों में उगी सब्जियों को नष्ट कर दिया है। अधिकांश खेतों को बखेरने का काम शुरू हो गया है, क्योंकि अगले महीने मानसून कभी भी आमद दे सकता है। फिर भी कुछ लोग सब्जियां अपने खेतों से बेच रहे हैं। इन्हीं से सड़क किनारे सब्जी बेचने वाले खरीदकर संक्रमण को बढ़ावा दे रहे हैं।