Vish Yog 2023- वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों की युति, ग्रहों की दृष्टि व ग्रहों के आपसी संबंध ही हर राशि के जातकों के भाग्य से लेकर दुर्भाग्य तक सभी स्थितियों को प्रभावित करते हैं। ऐेसे में ग्रहों की यह स्थितियों जहां कुछ जगहों पर शुभ योग का निर्माण करती हैं, तो वहीं कुछ स्थानों पर ये अशुभ योग को भी बनाती हैं। ऐसा ही एक अशुभ योग शनि और चंद्र के मिलन से निर्मित होता है, जिसे हम विष योग के नाम से जानते है। जानकारों के अनुसार नाम की ही तरह ये अशुभ योग जिस भी स्थान पर बनता है उस भाव में विष घोलने का कार्य करता है।
ज्योतिष के जानकार पंडित सुनील शर्मा के अनुसार शनि को दंड के विधान के चलते क्रूर ग्रह माना गया है। ऐसे में शनि की स्थिति में बदलाव का असर सभी 12 राशियों के जातकों पर देखने को मिलता है।
वर्तमान में जहां शनि अपनी ही राशि कुंभ राशि में हैं, तो वहीं इस राशि पर इस दौरान आने वाले दूसरे ग्रहों से इनकी युति हो रही है। जिसके कारण विभिन्न राशि के जातकों को शुभ अथवा अशुभ फलों की प्राप्ति हो रही है।
इन्हीं सब स्थितियों के बीच 30 अगस्त 2023 को चंद्रमा कुंभ राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। जिसके कारण यहां शनि और चंद्रमा की युति बनने से विष योग का निर्माण होगा। इस विष योग से सभी राशियां प्रभावित होंगी, जिनमें कुछ के लिए ये सम, कुछ के लिए बुरी तो वहीं 3 राशियों के लिए अत्यंत बुरी स्थिति का निर्माण होगा। ऐसे में इन अत्यंत बुरी स्थिति मे आने वाली 3 राशियों के जातकों को काफी संभलकर रहना होगा। आइए जानते हैं कि शनि और चंद्रमा की युति से बना विष योग किन राशियों के लिए परेशानी का कारक बनेगा।
विष योग- कब से कब तक
ज्योतिष के जानकारों के अनुसार बुधवार, 30 अगस्त को सुबह 10.19 बजे चंद्रमा कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे और वे यहां शुक्रवार, 1 सितंबर को सुबह 9.36 बजे तक रहेंगे। जिसके बाद चंद्रमा मीन राशि में संचार कर जाएंगे। यानि विष योग 30 अगस्त से 1 सितंबर तक बना रहेगा।
ज्योतिष के अनुसार शनि और चंद्रमा ग्रह का योग विष दोष को निर्मित कर उस भाव मेें नकारात्मक स्थिति को बड़ा देता है, जहां इन दोनों ग्रहों की युति का निर्माण होता है। ऐसे में यह विष योग मानसिक तनाव, निराशा, चिंता, अवसाद सहित अनेक प्रकार की समस्याएं उत्पन्न करना शुरु कर देता है।
विष योग का बुरा प्रभाव : इन राशियों पर...
वृषभ राशि
राशि चक्र की दूसरी राशि वृषभ के जातकों के लिए यह समय ठीक नहीं कहा जा सकता। कारण ये है कि जहां एक चंद्र इनके तीसरे घर के स्वामी हैं तो वहीं शनि इनके दसवें भाव में मौजूद हैं। ऐसे में बन रहे इस विष योग के कारण नौकरीपेशा से जुड़े जाताकों को परेशनियों से जुझना पड़ेगा। इस दौरान आपकी अपने सहकर्मियों से किसी बात तो लेकर अनबन होने का अंदेशा है, जिसके कारण रिश्ते बिगड़ सकते हैं। वहीं इस दौरान ये विष दोष आपके आत्मविश्वास में भी तेजी से गिरावट लाने का काम करता दिख रहा है। आत्मविश्वास में आने वाली ये कमी आपको थोड़ा असमंजस महसूस करा सकती है। वहीं प्रमोशन या नौकरी मिलने का इंतजार कर रहे जातकों को उनका फल मिलने में देरी होने की संभावना है।
कर्क राशि
राशि चक्र की चैथी राशि कर्क के जातकों के लिए जीवन में यह समय अचानक उतार चढ़ाव से भरा हो सकता है। ध्यान रहे इस राशि के स्वामी जहां चंद्र स्वयं हैं तो वहीं इनके अष्टम भाव में शनि विराजमान हैं। इस समयावधि में सड़क पर चलते समय सावधान रहें, साथ ही वाहन अति सतर्कता के साथ चलाएं। इसके अलावा इस समय जीवन में कोई बड़ी दिक् कत आपके सामने आ सकती है, अतरू सोच समझकर ही फैसले लें। वहीं सामने आने वाली हर परेशानी का हौंसले के साथ समाना करें। इसके साथ ही इस दौरान मानसिक तनाव में भी इजाफे की संभावना है।
कुंभ राशि
राशि चक्र की 11वीं राशि कुंभ के जाताकों की इस दौरान चिताओं में इजाफा होगा। जिसके कारण इन्हें मानसिक और शारीरिक तनाव का सामना करना पड़ेगा। यह स्थिति आपके कार्यों को पूरा करने में देरी उत्पन्न करेगी, कारण ये है कि हर कार्य में बाधा आपके सामने आएगी। जिसके चलते इस राशि के जातकों को परेशानी का सामना करना होगा। वहीं इस विष योग के चलते आपकर वैवाहिक जीवन भी प्रभावित होगा, कारण वाद-विवाद और तकरार के बीच इस दौरान नकारात्मकता भी आप के जीवन में हावी रहेगी।
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