
उत्तम राठौर
इंदौर. आर्थिक तंगी झेल रहा नगर निगम संपत्तिकर और जलकर वसूली को लेकर लोगों की जेब से पैसा निकालने के लिए अब फिर से इनाम का प्रलोभन देने जा रहा है। इसके लिए वर्ष 2020 से ठप पड़ी इनाम की योजना फिर से शुरू की जा रही है। इसके चलते तीन वर्ष बाद अग्रिम टैक्स जमा करने वाले लोगों को इनाम मिलेगा, क्योंकि इस बार के बजट में 2 करोड़ रुपए की राशि रखी गई है।
शहर में संपत्तिकर और जलकर की मिलाकर तकरीबन 1800 करोड़ रुपए की बकाया राशि लोगों से वसूल करना है। इस राशि को वसूलने में निगम राजस्व अमले को पसीने छूट रहे हैं। टैक्स वसूली में नाकाम निगम का राजस्व अमला 13 मई को लगने वाली नेशनल लोक अदालत के भरोसे अलग बैठा है, क्योंकि इसमें बकाया संपत्तिकर और जलकर पर लगे सरचार्ज में माफी के साथ छूट मिलने पर लोग खुद ही पैसा जमा करा देते हैं। राजस्व अमला इसे ही अपनी वसूली बता देता है, किंतु घर-घर पैसा मांगने नहीं जाता है। टैक्स वसूली को लेकर राजस्व विभाग के बड़े अफसर भी ध्यान नहीं दे रहे हैं।
इधर, निगम के खाली खजाने को भरने के लिए वर्ष 2020 से ठप पड़ी अग्रिम संपत्तिकर व जलकर जमा करने पर इनाम देने की योजना को फिर से शुरू किया जा रहा है। इसके तहत 1 अप्रैल से 30 जून 2023 तक अग्रिम टैक्स जमा करने वाले करदाताओं को लॉटरी के जरिए इनाम दिया जाएगा। इसके लिए बजट में 2 करोड़ रुपए की राशि का प्रावधान किया गया है। हालांकि अग्रिम संपत्तिकर भरने पर 6.25 प्रतिशत और जलकर जमा करने पर 6 प्रतिशत की छूट निगम हर वर्ष देता है।
अब तीन वर्ष बाद इनाम भी देने जा रहा है, क्योंकि महापौर रही मालिनी गौड़ का कार्यकाल समाप्त होने के बाद से अग्रिम करदाताओं को इनाम नहीं मिले हैं। यह देखते हुए फिर से इनाम देने की योजना महापौर पुष्यमित्र भार्गव और राजस्व समिति प्रभारी निरंजन सिंह चौहान ने शुरू की है ताकि इनाम की लालच में लोग टैक्स जमा कराने के लिए आगे आ सकें। अब देखना यह है कि अग्रिम टैक्स जमा करने पर इनाम देने की योजना की कारगार सिद्ध होती और खजाने में कितना पैसा बढ़ता है।

देश-विदेश घूमाने की बनाई थी योजना
महापौर रही गौड़ का कार्यकाल 19 फरवरी.2020 में समाप्त होने के बाद तत्कालीन निगमायुक्त प्रतिभा पाल और राजस्व विभाग के अपर आयुक्त रहे एसके चैतन्य ने अग्रिम टैक्स भरने वालों को दिए जाने वाले इनाम का स्वरूप बदल दिया था। लोगों को पर्यटन स्थल और देश-विदेश की यात्रा के साथ देव-दर्शन कराने का तय किया गया। इसमें स्पेन, मॉरिशस, अंडमान निकोबार, सिंगापुर, थाईलैंड, गुजरात में गिर फॉरेस्ट, सोमनाथ मंदिर, पंचमढ़ी, अमरकटंक और शिमला की यात्रा कराया जाना शामिल था। इनके ऑपशन में लाखों रुपए के वाउचर भी रखे गए थे। साथ ही एलईडी टीवी, मोबाइल, घड़ी, टी शर्ट, केप, रिस्ट बैंडस और की चेन आदि इनाम के रूप में दिया जाना तय किया था। ऐसा कुछ नहीं हुआ और वर्ष 2020 से अग्रिम टैक्स भरने पर मिलने वाले इनाम की योजना ठप हो गई।
पहले यह दिए जाते थे इनाम
अग्रिम टैक्स जमा करने पर मिलने वाले इनाम का स्वरूप बदलने से पहले लोगों को कार, दो पहिया वाहन, एलईडी टीवी, फ्रीज, माइक्रोवेव, लेपटॉप, मिक्सर ग्राइंडर आदि घरेलू उपयोगी चीजें दी जाती थीं। इस बार अग्रिम करदाताओं को क्या इनाम देना है यह महापौर भार्गव, राजस्व विभाग प्रभारी चौहान और एमआइसी मेंबर मिलकर तय करेंगे।
इस बार से फिर देंगे इनाम
अग्रिम संपत्तिकर और जलकर भरने वाले करदाताओं को इस बार से फिर इनाम देंगे। इसके लिए बजट में राशि का प्रावधान कर दिया गया है। इनाम बंटना क्यों बंद हुआ पता नहीं. किंतु इनाम मिलने पर लोग टैक्स भरेंगे और निगम का राजस्व बढ़ेगा जिसकी अभी बहुत जरूरत है।
- निरंजन सिंह चौहान, प्रभारी राजस्व विभाग
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