<p style="text-align: justify;"><strong>Bisleri International New Boss:</strong> बोतलबंद पानी सप्लाई करने वाली कंपनी की नई बॉस बिसलेरी इंटरनेशनल चेयरमैन रमेश चौहान की बेटी जयंती चौहान (Jayanti Chauhan) होंगी. ऐसा इसलिए क्योंकि टाटा कंज्यूमर प्रोडक्टस लिमिटेड (TCPL) ने इसे खरीदने के लिए कदम पीछे खींच लिए हैं. इसका मतलब है कि बिसलेरी और टाटा ग्रुप में डील को लेकर सहमति नहीं बन पाई है. <br /> <br />बिसलेरी की चेयरमैन रमेश चौहान ने ईटी को बताया है कि उनकी बेटी जयंती चौहान प्रोफेशन टीम के साथ इस कंपनी का संचालन करेंगी. इस कारण हम अपने बिजनेस को बेचना नहीं चाहते हैं. जयंती चौहान कंपनी की वाइस चेयरपर्सन हैं और इनकी उम्र 42 साल की है. </p> <h3 style="text-align: justify;"><strong>जल्द संभालेंगी जिम्मेदारी </strong></h3> <p style="text-align: justify;">इकनोमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, जयंती चौहान प्रोफेशनल मैनेजमेंट टीम के साथ काम करेंगी. जल्द ही इन्हें कंपनी को संभालने की जिम्मेदारी दी जाएगी. रमेश चौहान ने हाल ही में बिसलेरी ब्रांड को 7000 करोड़ रुपये में टाटा ग्रुप को बेचने पर सहमति जताई थी. हालांकि रिपोर्ट में कहा गया है कि फ्यूचर में प्रमोटर्स इस डील को लेकर माइंड बदल सकते हैं. </p> <h3 style="text-align: justify;"><strong>टाटा ग्रुप के साथ नहीं हुई है कोई डील </strong></h3> <p style="text-align: justify;">टाटा ग्रुप ने 17 मार्च को जारी अपने एक बयान में कहा था कि बिसलेरी को खरीदने के लिए कोई एग्रीमेंट नहीं हुआ है. टाटा की कंज्यूमर गूड्स की कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में इस बात की जानकारी दी थी. कंपनी ने कहा कि बिसलेरी के साथ बातचीत बंद हो गई है, जिस कारण किसी एग्रीमेंट पर नहीं सहमति बन पाई है. </p> <h3 style="text-align: justify;"><strong>टाटा ग्रुप के साथ क्यों नहीं बन पाई सहमति </strong></h3> <p style="text-align: justify;">पिछले दो साल से टाटा ग्रुप चौहान फैमिली से इसे लेकर बात कर रहा था. हालांकि पिछले हफ्ते के दौरान बातचीत के लिए बुलाया गया था, लेकिन डील को लेकर सहमति नहीं बन पाई. अब रिपोर्ट में कहा गया है कि रमेश चौहान अपनी कंपनी बिसलेरी को बेचना नहीं चाहते हैं. </p> <h3 style="text-align: justify;"><strong>बिसलेरी के इस ब्रांड को संभाल रही हैं जयंती </strong></h3> <p style="text-align: justify;">जयंती चौहान बिसलेरी के पोर्टफोलियो वाले ब्रांड वेदिका के साथ पिछले कुछ साल से जुड़ी हुई हैं. हाल ही के सालों में उन्होंने इसे आगे बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभा चुकी हैं. </p> <p style="text-align: justify;"><strong>ये भी पढ़ें</strong></p> <p style="text-align: justify;"><strong><a href="https://ift.tt/dcVUl3w Suisse Crisis: क्रेडिट सुइस को UBS ने खरीदा, 3.25 अरब डॉलर में पूरा हुआ सौदा</a></strong></p>
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