
लंदन ब्रिटेन के वित्त मंत्री ने रविवार को कहा कि ब्रिटेन में एक बच्चे के तौर पर उन्हें भी नस्लवाद का सामना करना पड़ा लेकिन देश ने इस दिशा में तबसे अब तक काफी प्रगति कर ली है। ब्रिटेन में पैदा हुए भारतीय मूल के सुनक ने खुलासा किया कि यह भेदभाव तब कहीं ज्यादा महसूस होता था जब यह उनके छोटे भाई-बहनों के सामने होता था। सुनक से लंदन में सप्ताहांत हुए नस्लवाद विरोधी प्रदर्शनों के बारे में टिप्पणी करने को कहा गया था। नस्ली भेदभाव के बारे में अपने अनुभव को लेकर पूछे जाने पर उन्होंने स्काई न्यूज से कहा, 'यह उस तरह की चीज है जो अपने आप हो रही है, यह काफी मुश्किल है लेकिन जब मेरे साथ मेरे छोटे भाई या बहन होते थे तब यह खास तौर पर मन खराब करने वाला होता था।' ब्रितानी वित्त मंत्री ने कहा, 'वे भले ही सिर्फ शब्द थे, लेकिन वे इस तरह चुभते थे जैसे कोई दूसरी चीज नहीं चुभती…इसके (नस्ली भेदभाव) बारे में कुछ है जो आपके कलेजे को छलनी कर देता है।' मंत्री ने कहा कि लंदन में शनिवार को कुछ प्रदर्शनों के दौरान जिस तरह की हिंसा देखी गई, वह 'स्तब्ध करने वाली और घृणित दोनों' थी तथा जो लोग भी इसके लिए जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'यह हमेशा से एक उनमुक्त और सहिष्णु देश रहा है तथा हमने जो कल देखा, वह यह नहीं था। हमेशा कुछ लोगों का एक छोटा समूह होता है जो पूर्वाग्रह युक्त होता है, वास्तव में वे नस्लवादी हैं, लेकिन यह यह पूर्ण विवरण नहीं है जो मैं हमारे देश के लिए देना चाहूंगा।' सुनक ने कहा, 'मुझे लगता है कि जब मैं उस समय के बारे में सोचता हूं जब मेरे दादा-दादी यहां पहली बार आए थे, जब मैं बड़ा हो रहा था, तबसे हमारे देश और हमारे समाज ने काफी प्रगति की है।'
from World News in Hindi, दुनिया न्यूज़, International News Headlines in Hindi, दुनिया समाचार, दुनिया खबरें, विश्व समाचार | Navbharat Times https://ift.tt/3fop7HP