कोरोना से जूझ रहे मुंबई पर 'निसर्ग' की आफत

ब्रजेश त्रिपाठी/अखिलेश पांडेय, से जूझ रही मुंबई पर अब चक्रवाती तूफान निसर्ग (Cyclone Nisarga) का खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक, निसर्ग तूफान के बुधवार को मुंबई (Nisarga to reach Mumbai) के तट पर पहुंचने की आशंका है। इस दौरान करीब 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। इससे निपटने की योजना बनाने के लिए बीएमसी (BMC) डिजास्टर मैनेजमेंट के अधिकारियों की मंत्रालय में राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक हुई। अरब सागर में बना कम दबाव का क्षेत्र मंगलवार सुबह तक डीप डिप्रेशन में बदल जाएगा। इससे मंगलवार की रात से बुधवार तक मुंबई में भारी बारिश हो सकती है। मामले की गंभीरता को देखते हुए मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है। रविवार को मौसम विभाग ने इस बारे में ऑरेंज अलर्ट जारी किया था, लेकिन सोमवार को इसे बदलकर रेड कर दिया गया। बीएमसी सूत्रों के मुताबिक, राज्य सरकार ने बीएमसी को तूफान से बचाव के लिए कई सुझाव दिए हैं। बीएमसी से यह तय करने को कहा गया है कि जिन अस्पतालों में कोरोना मरीजों का इलाज हो रहा है, वहां की बिजली न जाने पाए। इसके लिए अतिरिक्त व्यवस्था की जाए। खुले मैदान में बने कोविड सेंटरों की मजबूती को देखकर ही मरीजों को वहां भर्ती किया जाए। वहां भर्ती मरीजों को जरूरत पड़ने पर कहीं और शिफ्ट करने की तैयारी रखी जाए। जिन निचले इलाकों जहां पानी भरने की आशंका है, वहां जरूरत पड़ने पर फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए क्विक रिस्पॉन्स टीम तैयार रखी जाए। मुंबई में NDRF की 3 टीमें तैनात मुंबई को निसर्ग तूफान से बचाने के लिए नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) की 3 टीमें तैनात की गई हैं। राज्य के अन्य हिस्सों में 6 टीमें भेजी गई हैं। इन टीमों को तटीय इलाकों में तैनात किया गया है। मुंबई के अलावा पालघर में दो और ठाणे, रायगड, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग में एक-एक टीम तैनात की गई हैं। ये टीमें महाराष्ट्र सरकार, बीएमसी, मौसम विभाग और जिला प्रशासन से लगातार संपर्क में हैं। बीएमसी अधिकारी ने बताया कि मुंबई फायर ब्रिगेड के जवानों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। बचाव दल को समुद्र के किनारे पर तैनात रखा जाएगा। भारी बारिश की आशंका सोमवार को मुंबई में हल्की बारिश देखने को मिली। मौसम का पूर्वानुमान करने वाली निजी संस्था स्काइमेट के प्रमुख महेश पलावत ने बताया, ‘फिलहाल यह तूफान नहीं बना है और अरब सागर में मुंबई कोस्ट से करीब 600 किलोमीटर की दूरी पर है। यह डीप डिप्रेशन तूफान का रूप ले सकता है और फिर तेजी से उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात से होते हुए आगे बढ़ेगा। इस दौरान मुंबई, पालघर, ठाणे और रायगड में 100 से 200 एमएम तक बारिश हो सकती है।’ उन्होंने कहा, ‘तूफान का सबसे अधिक असर पालघर में दिख सकता है। अनालिसिस के अनुसार, 4 जून की सुबह तक इसका असर हल्का पड़ जाएगा।’


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