Nasa SpaceX: 9 साल इंतजार...फिर इतिहास बनते हुए देखिए

साल 2011 में स्पेस शटल प्रोग्राम खत्म होने के बाद पहली बार अमेरिकी ऐस्ट्रोनॉट्स अमेरिका की मिट्टी से स्पेस में भेजे गए हैं। इसे बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। अभी तक रूस के Soyuz का सहारा लिया जाता था। किसी प्राइवेट कंपनी के रॉकेट से स्पेस जाने का भी यह पहला मौका है।

नासा के ऐडमिनिस्ट्रेटर जिम ब्राइडेनस्टीन ने ट्वीट करते हुए बताया, '9 साल में पहली बार अब हमने अमेरिकी Astronauts को अमेरिकी रॉकेट के जरिए अमेरिका की धरती से भेजा है। मुझे नासा और SpaceX टीम पर गर्व है, जिसने हमें इस क्षण को देखने का मौका दिया है। यह एक बहुत अलग तरह की फीलिंग है, जब आप अपनी टीम को इस रॉकेट पर देखते हैं। ये हमारी टीम है। यह Launch America है।'

अमेरिका के इतिहास में NASA (नैशनल ऐरोनॉटिक्स ऐंड स्पेस ऐडमिनिस्ट्रेशन) ने मंगल मिशन समेत कई अहम कीर्तिमान जॉन एफ केनेडी स्पेस सेंटर से अपने नाम किए। लेकिन 2011 के बाद से इस पर ब्रेक लग गया। अमेरिकी ऐस्ट्रोनॉट्स रूस की मदद से स्पेस में जाते रहे। अब NASA वापस अमेरिका की मिट्टी से अपने ऐस्ट्रोनॉट्स को अपने देश के रॉकेट्स में बैठाकर स्पेस में भेजा है। पूरी दुनिया की निगाहें इस मिशन पर टिकी थीं।

चांद पर जाने वाला Apollo, मंगल पर जाने वाला Mariner और भारतीय मूल की ऐस्ट्रनॉट कल्पना चावला को ले जाने वाला शटल Columbia भी यहीं से लॉन्च हुआ था। 2011 के बाद से यहां से कोई लॉन्च नहीं हुआ और अमेरिका के ऐस्ट्रोनॉट्स रूस के Soyuz रॉकेट्स से स्पेस में जाते रहे।

Elon Musk की कंपनी SpaceX का रॉकेट वेटरन ऐस्ट्रोनॉट्स Robert Behnken और Douglas Hurley को ISS तक ले जाने के लिए लॉन्च हुआ। दोनों अंतरिक्ष यात्री 19 घंटे का सफर तय करते हुए इसे लेकर इंटरनैशनल स्पेस सेंटर (ISS) पहुंचेंगे।



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