<p style="text-align: justify;"><span style="font-weight: 400;"><strong>Cyber Attack on Taj Hotel:</strong> टाटा समूह (Tata Group) के स्वामित्व वाले ताज होटल ग्रुप पर (Taj Hotel Group) पर 5 नवंबर को तथाकथित साइबर अटैक (Cyber Attack) हुआ था. खबरें आई हैं कि हैकर्स ने ताज होटल के लगभग 15 लाख कस्टमर्स का डाटा उनके पास होने का दावा किया है. उन्होंने इस डाटा को वापस करने के लिए 5000 डॉलर और तीन शर्तें भी रखी हैं. हालांकि, ताज होटल्स ग्रुप ने कहा कि चिंता करने की कोई बात नहीं है. हम मामले की जांच कर रहे हैं और कस्टमर्स का डाटा सुरक्षित है. हमने सुरक्षा एजेंसियों को भी इस स्थिति की जानकारी दे दी है. </span></p> <h3 style="text-align: justify;"><strong>हैकर्स ने 4 लाख से अधिक की रकम मांगी, रखी हैं ये तीन शर्तें </strong></h3> <p style="text-align: justify;"><span style="font-weight: 400;">लाइव मिंट की खबर के मुताबिक साइबर हैकर्स ने ताज होटल ग्रुप से कस्टमर डाटा के बदले 4 लाख रुपये से ज्यादा (5 हजार डॉलर) की मांग की है. हैकर्स ने अपने ग्रुप का नाम डीएनए कुकीज (Dna Cookies) बताया है. उन्होंने कहा है कि अभी तक यह डाटा किसी को नहीं दिया गया है. उन्होंने डाटा को वापस करने के लिए तीन शर्तें रखी हैं. सबसे पहले तो उन्होंने बातचीत के लिए किसी उच्च पदस्थ मध्यस्थ को लाने को कहा है. साथ ही उनकी दूसरी मांग है कि वह टुकड़ों में डाटा नहीं देंगे. तीसरी शर्त में उन्होंने कहा कि हमसे डाटा के और सैंपल नहीं मांगे जाएं. इन हैकर्स ने 5 नवंबर को 1000 कॉलम एंट्री वाला डाटा लीक किया था. </span></p> <h3 style="text-align: justify;"><strong>15 लाख लोगों का डाटा खतरे में !</strong></h3> <p style="text-align: justify;"><span style="font-weight: 400;">मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इस साइबर अटैक से लगभग 15 लाख कस्टमर प्रभावित हुए हैं. उनके पर्सनल नंबर, घर का पता और मेंबरशिप आईडी जैसी कई सूचनाएं हैकर्स के पास पहुंच गई हैं. धमकी देने वाले हैकर्स ने कहा है कि उनके पास साल 2014 से 2020 तक का डाटा मौजूद है.</span></p> <h3 style="text-align: justify;"><strong>क्या कहा आईएचसीएल ने </strong></h3> <p style="text-align: justify;"><span style="font-weight: 400;">इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (IHCL) के प्रवक्ता ने बताया कि हमें भी हैकर्स के इस दावे के बारे में पता चला है. हालांकि ये डेटा नॉन-सेंसिटिव है और इस डाटा में कुछ भी संवेदनशील नहीं है. कंपनी को अपने कस्टमर्स के डाटा की चिंता है. इसलिए हम इस दावे की जांच कर रहे हैं. हमने साइबर सिक्योरिटी एजेंसियों और इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) को भी मामले जानकारी दे दी है. साथ ही कंपनी के सुरक्षा सिस्टम की जांच भी की जा रही है. कस्टमर्स को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. आईएचसीएल हॉस्पिटेलिटी सेक्टर में ताज, विवांता, जिंजर समेत कई ब्रांड चलाती है. </span></p> <p style="text-align: justify;">खेलें इलेक्शन का फैंटेसी गेम, जीतें 10,000 तक के गैजेट्स 🏆<br />*T&C Apply<br /><a href="https://ekb.abplive.com/#/home"><strong>https://bit.ly/ekbabplbanhin</strong></a></p> <p style="text-align: justify;"><strong>ये भी पढ़ें </strong></p> <p style="text-align: justify;"><a href="https://ift.tt/UcjuxPf Pact: भारत समेत 14 देश चीन के खिलाफ हुए एकजुट, क्या है IPEF जिससे ड्रैगन को मिलने वाली है बड़ी चुनौती</strong></a></p>
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