पटरी में गड़बड़ी हुई तो अपने आप ही रुक जाएगी मैट्रो

इंदौर। शहर में जल्द ही मेट्रो ट्रेन दौडऩे लगेगी। आम ट्रेन की तरह मेट्रो की पटरी में गड़बड़हो जाए तो क्या होगा। यह सवाल कई लोगों ने मन में आ रहा होगा। इंदौर की मेट्रो ट्रेन एक नई तकनीक के साथ में चलेगी। इस तकनीक के चलते पटरी पर कोई भी गड़बड़ी होते ही ट्रेन रुक जाएगी। इससे हादसे की आशंका न के बराबर रह जाएंगी।

इंदौर की मेट्रो ट्रेन जीओए-4 तकनीक से लैस होकर चलेगी। यह सुरक्षित तकनीक है। इसका फायदा यह होगा कि अगर पटरी पर कोई छेड़छाड़ कर दी, नुकसान पहुंचाया तो ट्रेन बिजली का सर्किट टूट जाएगा और ट्रेन अपने आप ही रुक जाएगी। डायरेक्टर शोभित टंडन ने बताया कि सामान्य ट्रेन की तरह ट्रेन ऊपर लगे हुए पेंटोग्राफ से बिजली नहीं मिलेगी, बल्कि उसे ऊर्जा पटरियों से मिलेगी। यह करंट डीसी रहेगा, जिसे ऐसी से डीसी में बदल कर पटरियों पर सप्लाई किया जाएगा। इंजन पटरियों से पॉवर सप्लाय लेकर फिर दौड़ेगा। यह एक ड्राइवर लैस तकनीक भी कही जा सकती हैं, क्योंकि ट्रेन एक सिस्टम से चलेगी। जिससे इंजन में किसी अटेंडेंट की जरूरत नहीं रहती है। ट्रायल रन के समय छह किलोमीटर लंबा ट्रैक पूरी तरह से तैयार हो गया था। अब उसके आगे का काम किया जा रहा है। अगले छह माह में गांधी नगर से रेडिसन चौराहे तक मेट्रो ट्रेन को शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है।

अवंतिका एक्सप्रेस में पसरी गंदगी
अवंतिका एक्सप्रेस ट्रेन में ठीक से सफाई नहीं होने के कारण यात्री परेशान हो रहे हैं। गंदगी के बीच में सफर करने को मजबूर हैं। कोच में लगी डस्टबिन कचरे से भरे हुई रहती है। इसके चलते बदबू से यात्री परेशान हो रहे है।
इंदौर से चलने वाली अवंतिका एक्सप्रेस में हमेशा ही भीड़ बनी रहती है। इसके बाद भी इसकी सफाई को लेकर रेलवे अधिकारियों का ध्यान नहीं है। रेलवे हर महीने लाखों रुपए सफाई एजेंसी को भुगतान करता है इसके बाद भी सफाई एजेंसी कॉन्ट्रेक्टर ट्रेन में सफाई व्यवस्था पर ध्यान नहीं देते हैं। इसके चलते कोचों की हालत अत्यंत खराब रहती है। कोच में कचरा एकत्रित करने के लिए रखे डस्टबिन कचरे से भरे पड़े हैं। सफाई एजेंसी के कर्मचारी समय पर इनमें भरा कचरा खाली ही नहीं करते हैं। कचरे के कारण कोच में बदबू फैल रही है और हजारों रुपए किराया देने के बाद भी यात्रियों को इसी बदबू के बीच सफर करना पड़ रहा है। ठीक से सफाई नहीं होने के कारण कोच में मच्छर और कीड़े पनप रहे हैं। इससे यात्रियों की परेशानी और भी बढ़ जाती है। यात्रियों की मानें तो कोच में सिर्फ गंदगी की समस्या ही नहीं रहती है, बल्कि पानी की भी समस्या है। पानी की परेशानी से भी दो-चार होना पड़ता है। इस मामले में रेलवे सलाहकार समिति सदस्य संजय बाकलीवाल ने बताया कि अवंतिका एक्सप्रेस में फैली गंदगी की शिकायत पश्चिम रेलवे के डीआरएम और महाप्रबंधक आलोक मिश्रा को की जा रही है। कोच की व्यवस्था ठीक करने के साथ ही सफाई एजेंसी कॉन्ट्रेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जाएगी ताकि भविष्य में हालात और ठीक हो सकें।



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