<p style="text-align: justify;"><strong>Indigo Aircraft Order:</strong> भारत की सबसे बड़ी एयलाइन इंडिगो सबसे बड़ी खरीदारी करने रही है. इंडिगो बोर्ड की ओर से 50 अरब डॉलर का एयरक्राफ्ट खरीदने की मंजूरी मिल सकती है. अगर बोर्ड मंजूरी देता है तो इंडिगो सबसे बड़ी एयरक्राफ्ट खरीदने वाली कंपनी बन जाएगी.</p> <p style="text-align: justify;">500 एयरबस में A320 Neo, A321Neo और A321 XLR एयरक्राफ्ट शामिल हैं. एयरलाइन के इस ऑर्डर की कीमत 50 अरब डॉलर है, लेकिन बड़े पैमाने पर ऑर्डर देने पर इसकी कीमता छूट के तहत और भी कम हो सकती है. बता दें कि मार्च में रखे गए 470 विमानों के एयर इंडिया के ऑर्डर से यह बड़ा है. </p> <p style="text-align: justify;">इंडिगो के पास 2030 तक उसी A320 फैमिली के 477 विमानों की डिलीवरी टाली गई है. ऐसे में बोर्ड की ओर से पेश किया गया यह आदेश काफी महत्वपूर्ण होगा. इस आदेश पर यह भी निर्भर करेगा कि एयरलाइन कितना विस्तार करना चाहती है. </p> <h3 style="text-align: justify;"><strong>घरेलू बाजार का 60 फीसदी हिस्सा</strong></h3> <p style="text-align: justify;">इंडिगो के पास भारत के घरेलू बाजार का 60 फीसदी से ज्यादा हिस्सा है. इंडिगो ने अपने विस्तार और बड़े बेड़े का लाभ उठाया है. साथ ही बाजार पर कब्जा जमाने के लिए बड़ी डील की है. ईटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि एयरलाइन डिलीवरी स्लॉट तय करना चाहती है, ताकि बेडे का आकार बना रहे. यह 100 विमानों को रिटायर कर देगा. ऐसे में 700 से ज्यादा विमानों के आकार को बनाए रखने के लिए इसकी आवश्यकता होगी. </p> <h3 style="text-align: justify;"><strong>8 घंटे तक हो सकेंगी उड़ाने </strong></h3> <p style="text-align: justify;">कोविड के बाद हवाई यात्रा में तेज सुधार, एयरबस और बोइंग में ऑर्डर बुक भरने के बाद एयरलाइंस ने कई नए विमान ऑर्डर दिए हैं. एयरलाइन की ओर से 300 लंबी दूरी के ए321 नियो और ए321 एक्सएलआर विमान का ऑर्डर दिए जाने की संभावना है. ये लंबी दूरी के विमान 8 घंटे तक उड़ानें संचालित कर सकते हैं. </p> <h3 style="text-align: justify;"><strong>कंपनी के शेयरों में भी उछाल </strong></h3> <p style="text-align: justify;">इंडिगो ने मौजूदा समय में 75 इंटरनेशनल शहर में उड़ानें जोड़ी हैं. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने पहले कहा था कि एयरलाइन की योजना वित्त वर्ष 23 में अपनी अंतरराष्ट्रीय सीट हिस्सेदारी 23% से बढ़ाकर अगले दो वर्षों में 30 फीसदी करने की है. पिछले तीन महीनों में एयरलाइन के शेयर की कीमत 30 फीसदी से ज्यादा बढ़कर 2426 रुपये प्रति शेयर हो गई है, जिससे इसे लगभग 94,000 करोड़ रुपये का मार्केट प्राइस है. </p> <p style="text-align: justify;"><strong>ये भी पढ़ें </strong></p> <p style="text-align: justify;"><strong><a href="https://ift.tt/A23RVWM Crisis: कंगाली से गुजर रहा पाकिस्तान, ऊपर से 11 महीने में गंवा दी 7.15 अरब डॉलर की रकम!</a></strong></p>
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