इंदौर. एमपी की व्यवसायिक राजधानी इंदौर को संवारा जा रहा है। यहां महाकाल लोक की तर्ज पर भव्य अहिल्या लोक बनाया जा रहा है। अहिल्या लोक को ऐतिहासिक राजबाड़ा, गोपाल मंदिर और उद्यान परिसर को मिलाकर बनाया जा रहा है। देवी अहिल्या लोक प्रोजेक्ट का यह काम स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा किया जा रहा है।
25 करोड़ रुपए से आकार लेगा देवी अहिल्या लोक
स्मार्ट सिटी कंपनी सीईओ दिव्यांक सिंह के अनुसार इस पूरे देवी अहिल्या लोक प्रोजेक्ट पर करीब 25 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। राजबाड़ा उद्यान को पब्लिक प्लाजा के रूप में विकसित किया जाएगा।
सिटिंग स्पेस और लाइट-साउंड आधारित रंगीन फव्वारा
यहां एक गार्डन बनाएंगे, जिसमें सिटिंग स्पेस और लाइट-साउंड आधारित रंगीन फव्वारा लगाया जाएगा। राजबाड़ा व उद्यान के बीच पैदल घूमने को जगह रहेगी। वाहनों की आवाजाही उद्यान के सामने से हो सकेगी।
अहिल्या लोक बनने के बाद ट्रैफिक की व्यवस्था बदल जाएगी
अहिल्या लोक बनने के बाद राजबाड़ा के आसपास की ट्रैफिक की व्यवस्था बदल जाएगी जिससे यातायात का दबाव भी कम होगा। वर्तमान में राजबाड़ा पर तीन ओर से ट्रैफिक आता है, पहला यशवंत रोड, दूसरा कृष्णपुरा छत्रियों की ओर से और तीसरा एमजी रोड से।
प्रस्तावित अहिल्या लोक बनने के बाद ट्रैफिक की व्यवस्था में बदलाव कर दिया जाएगा। राजबाड़ा व गोपाल मंदिर के बीच सिर्फ पैदल चल सकेंगे। राजबाड़ा के सामने से निकलने वाले वाहन उद्यान के सामने से जाएंगे। तीसरा कृष्णपुरा की ओर से आने वाले ट्रैफिक को नंदलालपुरा की ओर सीधे निकाल दिया जाएगा। इस तरह यह वन-वे रास्ता होने से वाहनों का दबाव कम होगा।
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