इंदौर । आदिवासी युवती की संदिग्ध परिस्थिति में हुई मौत के बाद परिजन और गांव वाले भड़क गए। सामूहिक बलात्कार और हत्या का मुकदमा दर्ज करने के लिए थाने का घेराव कर पथराव कर दिया। उस दौरान पुलिस ने आंसू गैस छोड़ी और गोलियां भी चलाईं जिसमें भेरूलाल की मौत हो गई। घटना के बाद बवाल मच गया जिसको देखते हुए मुख्यमंत्री ने घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए। इधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने आदिवासी विधायकों को मौके पर भेजकर वास्तविकता पता लगाने का प्रयास करेगी।
कल शाम ७ बजे बडग़ोंदा थाने पर बवाल हो गया। खरगोन की एक आदिवासी युवती की मौत के मामले में परिजन और गांव वाले लाश रखकर दोषियों पर सामूहिक बलात्कार और हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे थे। पूर्व में महू पुलिस युवती की करंट लगने से मौत होने का मामला दर्ज कर चुके थी।
परिजनों का कहना था कि युवती के शरीर पर चोट के निशान हैं। उस दौरान बडग़ोंदा पुलिस ने ये भी स्पष्ट कर दिया कि युवक पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, लेकिन भीड़ बेकाबू हो गई। कुछ ही देर में जमकर पत्थरबाजी हुई। उस दौरान पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े तो भीड़ को काबू करने के लिए गोली चलाई जिसमें भेरूलाल पिता मदन की मौत हो गई। वहीं संजय नामक युवक घायल हो गया।
रात दो बजे के करीब दोनों को पुलिस एमवाय अस्पताल आई। संजय का इलाज किया चल रहा है जिसकी स्थिति ठीक है। दोनों के इंदौर आने की जानकारी लगते ही एडीएम अजय देव शर्मा और राजेश राठौर अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। घायलों के साथ आए सरपंच इंदरसिंह से बात करके स्थिति को सामान्य करने का प्रयास किया। बाद में कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी भी पहुंच गए। इधर, एमवाय अधीक्षक डॉ. जीएस ठाकुर को निर्देश देकर सुबह जल्दी पीएम कराया गया और भेरूलाल के शव को सरपंच और परिजनों को सौंपकर रवाना कर दिया गया।
इस बीच में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने भेरूलाल की मौत पर कलेक्टर राजा को मजिस्ट्रियल जांच करने के निर्देश जारी कर दिए। घटना की ये जांच एडीएम स्तर के अधिकारी को सौंपी जा रही है। इधर भेरूलाल का शव उसके गांव पहुंचा जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया।
युवती का हुआ अंतिम संस्कार
युवती महेश्वर के एक गांव की रहने वाली थी। उसका शव परिजनों को सौंप दिया था। थाने पर बवाल के बाद उसे लेकर रिश्तेदार घर पहुंचे। आज सुबह ९ बजे के करीब युवती का अंतिम संस्कार आदिवासी विधि विधान से किया गया। उसमें बड़ी संख्या में रिश्तेदार व आसपास के गांव वाले भी मौजूद थे।
हत्या का मुकदमा दर्ज तो...
मुख्यमंत्री चौहान के निर्देश पर भेरूलाल की मौत सहित थाने पर हुए घटनाक्रम की न्यायिक जांच की जाएगी। ये स्पष्ट है कि युवती की मौत पर जांच नहीं होगी क्योंकि उसकी मौत पर पुलिस पहले ही हत्या का मुकदमा दर्ज कर चुकी है।
14 पुलिसकर्मी हुए घायल
पथराव के दौरान 14 पुलिसकर्मी और राहगीर भी घायल हो गए हैं। युवक के शव को एमवायएच लाया गया। इस पूरे मामले में पुुलिस लोगों के गुस्से का अंदाजा ही नहीं लगा पाई। लोगों की भीड़ चौकी पर पहुंचती रही। परिजनों को समझाइश देकर पुलिस ने शव को गाड़ी में रखवा दिया था। एक महिला पुलिस चौकी में घुसी। वह जान के बदले जान की मांग कर रही थी। पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की तो पथराव शुरू हो गया।
कांग्रेस-भाजपा मैदान में
आदिवासी युवती की मौत के बाद में कांग्रेस भी मैदान में आ गई है। प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ ने एक जांच दल बनाया जिसमें वरिष्ठ विधायक कांतिलाल भूरिया, बाला बच्चन, पांचीलाल मेड़ा और झूमा सोलंकी को रखा गया। भूरिया इंदौर में ही थे तो तीनों विधायक भोपाल से मौके पर पहुंचने के लिए रवाना हो गए। उनके साथ जिला कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव यादव व प्रभारी महेंद्र जोशी भी रहेंगे।
विधायक दल घटना स्थल पर पहुंचकर घटना की सच्चाई पता लगाने का प्रयास करेगा और रिपोर्ट नाथ को सौंपेगा। घटना पर राजनीतिक माहौल गरमाता देख मुख्यमंत्री ने तुरंत मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए दूसरी तरफ भाजपा ने भी कमर कस ली है। युवती के पैतृक गांव में नेताओं को सक्रिय कर दिया है। इंदौर के भी जिला अध्यक्ष राजेश सोनकर को संगठन की तरफ से निर्देश दिए हैं कि पूरे घटनाक्रम में सक्रिय भूमिका निभाएं।
चौकी का रास्ता बंद, भारी पुलिस बल तैनात
कल रात को हंगामे के बाद डोंगरगांव और आसपास के इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। आइजी राकेश गुप्ता, डीआइजी ग्रामीण चंद्रेशेखर सोलंकी और पुलिस का दल भी वहां पर पहुंच गया है। पुलिस ने एहतियातन गवली पलासिया से डोंगरगांव पुलिस चौकी की ओर जाने वाले रास्ते को बंद क दिया है। वहीं इंदौर से पुलिस बल भी वहां पर पहुंच गया है।
पैर के आरपार हुई गोली
इस दौरान चली गोली में घायल संजय पिता हरिङ्क्षसह को अस्पताल लाया गया, जहां अभी उसका इलाज चल रहा है। उसे अस्पताल लेकर आए मुकेश ने बताया कि संजय मजदूरी करके घर लौट रहा था। डोंगरगांव पुलिस चौकी के पास उसके पैर में गोली लग गई। गोली उसके आरपार हो गई।
हमारा लेना-देना नहीं
इस पूरे मामले में मारे गए भेरू के पिता ने बताया कि बेटा तो मजदूरी करता था। उनका तो कोई इस पूरे बवाल से कोई लेना-देना ही नहीं था। पुलिस ने गोली लगने की सूचना दी। वह चौकी पर पहुंचे थे।
पुलिस ने दर्ज कर ली थी रिपोर्ट
लड़की की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं मिली है। इसके बाद पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया है। मौके पर उपद्रवी तत्वों ने पथराव कर हंगामा कर दिया। पुलिस ने आत्मरक्षा के लिए हवाई फायर किए थे। इस दौरान एक लड़के की मौत हो गई। वहीं दूसरा घायल हो गया। पूरे क्षेत्र में धारा 144 लगा दी गई है।
- राकेश गुप्ता, आइजी
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