इंदौर। शहर कांग्रेस अध्यक्ष पद से विनय बाकलीवाल की छुट्टी लगभग तय मानी जा रही है। नए मुखिया को लेकर मंथन शुरू हो गया है, जिसमें अरविंद बागड़ी के पक्ष में समीकरण तेजी से बन रहे हैं। तीनों विधायक उनके पक्ष में होने के साथ शोभा ओझा भी दमदारी से पैरवी कर रही हैं। इधर, दूसरा नाम गोलू अग्निहोत्री का है, लेकिन पार्टी उन्हें विधानसभा चुनाव लड़ाने के मूड में ज्यादा है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्यप्रदेश से गुजरी, जिसके बाद फेल और पास होने वाले कई नेताओं की कुंडली बनकर तैयार हो गई। इसमें शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल कमजोर साबित हुए, जिसके बाद नए अध्यक्ष को लेकर कवायदें तेज हो गई हैं। कुछ माह बाद विधानसभा चुनाव होना हैं, जिसके चलते प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ भी अब नई जमावट करना चाहते हैं। इस वजह से भी बदलाव की बयार तेज हो गई है।
इंदौर में नए नामों को लेकर मंथन चल रहा है, जिसमें पूर्व पार्षद अरविंद बागड़ी और गोलू अग्निहोत्री का नाम तेजी से उभरकर सामने आया है। दोनों ही नेता आर्थिक तौर पर काफी मजबूत हैं, जिन्हें बनाने के बाद पार्टी को एक तरफ से देखने की जरूरत नहीं रहेगी। इसके बाद बात करें समीकरण की तो इस मामले में बागड़ी की स्थिति मजबूत बताई जा रही है। उन्हें विधायक जीतू पटवारी, संजय शुक्ला और विशाल पटेल का समर्थन हासिल है। इसके अलावा कांग्रेस की तेज-तर्रार नेत्री शोभा ओझा भी खुलकर उनकी मदद कर रही हैं।
वैसे भी ओझा को नाथ इन दिनों काफी तवज्जो दे रहे हैं और उनकी राय को गंभीरता से भी लिया जाता है। इस वजह से बागड़ी का रास्ता साफ हो सकता है। इधर, नाथ चाहते हैं कि गोलू भाजपा के चार नंबरी किले को ढहाएं, जैसे कि शुक्ला ने एक नंबर में किया। समीकरण के हिसाब से क्षेत्र में बड़ी संख्या में ब्राह्मण वोट हैं, जिसका उन्हें फायदा मिल सकता है। इधर, विनय अपनी कुर्सी बचाने के लिए ऐड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं, लेकिन उनके पास विधायक सज्जनसिंह वर्मा व उनकी टीम के अलावा कोई साथ नहीं बचा है। नाथ भी उनसे खासे नाराज हैं।
ग्रामीण में चल रही जोरआजमाइश
शहर कांग्रेस में बदलाव की बयार के साथ जिला कांग्रेस में भी जोरआजमाइश का दौर चल रहा है। गेंद विधायक विशाल पटेल के पाले में है, क्योंकि दावेदार हरिओम ठाकुर व बलराम पटेल दोनों ही खास हैं। ठाकुर ने भारत जोड़ो यात्रा में उनको मिली जवाबदारी में पूरी जी जान लगाकर खुद को सिद्ध भी किया। राऊ विधानसभा से होने की वजह से विधायक जीतू पटवारी भी उनके लिए मना नहीं करेंगे। हालांकि जातिगत समीकरण की वजह से वे पटेल से भी वे बुराई लेने के मूड में नहीं हैं। वहीं महू से पूर्व विधायक अंतरसिंह दरबार भी ठाकुर का समर्थन कर सकते हैं।
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