कभी-कभी आपने महसूस किया होगा कि आपकी आंखें अथवा भौहें फड़कने लगती हैं। जिस पर हो सकता है कि आप ध्यान भी ना दें, लेकिन सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार अंगों के फड़कने का भी आपके निजी जीवन से कोई ना कोई ताल्लुक होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आंखों के अलावा आपके शरीर के अन्य अंगों के फड़कने या उनमें हलचल महसूस होने का भी सामुद्रिक शास्त्र में कोई ना कोई अर्थ बताया गया है। तो आइए जानते हैं अंगों से फड़कने से क्या संकेत मिलते हैं...
1. गालों का फड़कना
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार यदि किसी व्यक्ति के दोनों गालों में हलचल महसूस हो या गाल फड़कने लगें तो यह धन आगमन का संकेत माना जाता है।
2. पैरों के तलवे फड़कना
यदि आपको कभी अपने दाएं पैर के तलवे में फड़कन या हलचल महसूस हो, तो सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार इसे सामाजिक मान-सम्मान में हानि का संकेत माना जाता है। वहीं बाएं पैर के तलवे में फड़कन निकट भविष्य में यात्रा की ओर इशारा करती है।
3. आंख का फड़कना
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार व्यक्ति की दाईं आंख फड़कना अच्छा संकेत माना जाता है। इसका मतलब है कि आपकी लंबे समय से मन में दबी हुए कोई इच्छा पूर्ण होने वाली है।
4. कनपटी का फड़कना
कनपटी के फड़कने का भी शुभ अर्थ निकाला जाता है। इसका मतलब है कि व्यक्ति को कहीं से धन मिलने वाला है।
5. माथे का फड़कना
सामुद्रिक शास्त्र कहता है कि यदि आपको अपने माथे पर हलचल महसूस हो या माथा फड़कने लगे, तो इसका अर्थ है कि आपको जल्द ही भौतिक सुखों की प्राप्ति होने वाली है।
6. उंगलियों में हलचल
यदि किसी व्यक्ति की उंगलियों में हलचल होने लगे तो यह इस बात का संकेत है कि आपकी अपने किसी पुराने दोस्त से मुलाकात होने वाली है।
7. गले में फड़कन
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार यदि किसी व्यक्ति के गले में फर्क महसूस हो तो यह एक शुभ संकेत माना जाता है। क्योंकि यह इस बात की तरफ इशारा करता है कि आपके साथ निकट भविष्य में कुछ अच्छा होने वाला है।
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