इंदौर। रेल की सफाई का ठेका लेने वाली कॉन्ट्रेक्टर कंपनी कामथेन ने कर्मचारियों की हड़़ताल के बाद ताबड़तोड़ नए कर्मचारी काम पर रखे हैं। बगैर पुलिस वेरीफिकेशन इन कर्मचारियों को रखा गया है। इन कर्मचारियों के रखे जाने से दो शिफ्ट में काम कर रहे कर्मचारियों से अब एक ही शिफ्ट में काम लिया जाएगा। कंपनी ने कर्मचारियों को आश्वासन दिया है कि वह जल्द ही कर्मचारियों को वेतन बढ़ाकर देने के साथ ही पीएफ राशि भी जमा करेगी।
बता दें कि अभी दो दिन पहले कोङ्क्षचग डिपो पर रेल गाडिय़ों की सफाई करने वाले कॉन्ट्रेक्टर कंपनी कामथेन के कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया था। काम बंद किए जाने से तीन ट्रेनें बगैर सफाई रवाना करना पड़ी। कर्मचारियों के काम बंद किए जाने के बाद रेलवे अधिकारियों ने कर्मचारियों से चर्चा की, उसके बाद वे काम पर लौटे। कर्मचारियों का आरोप है कि कंपनी पीएफ की राशि तो काट रही है, लेकिन तीन-चार साल से जमा नहीं कर रही है। इतना ही नहीं रेल कॉन्ट्रेक्ट के अनुसार कर्मचारियों को वेतन तक नहीं दिया जा रहा है।
दो शिफ्ट में कर रहे काम
कर्मचारियों का कहना है कि नियमानुसार कर्मचारियों वेतन कॉन्ट्रेक्टर कंपनी को देना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं करते हुए छह से सात हजार रुपए ही दिए जा रहे हैं, जबकि 9 से साढे नौ हजार रुपए दिए जाना चाहिए। कम वेतन मिलने से कर्मचारी दो शिफ्ट में काम कर रहे हैं ताकि परिवार का भरण पोषण कर सकें, लेकिन कर्मचारियों के काम बंद किए जाने के बाद उनकी दूसरी शिफ्ट बंद कर दी गई। सूत्रों का कहना है कि कंपनी ने जल्दबाजी में 20 नए कर्मचारी काम पर रखे हैं, लेकिन इनका पुलिस वेरीफिकेशन तक नहीं किया गया। वहीं औपचारिकता भी पूरी नहीं कराई गई। इधर, रेलवे अधिकारियों का कहना है कि कंपनी जिन भी कर्मचारियों को रखता है उसे रेलवे के नियमों का पालन किया जाना होता है। कॉन्ट्रेक्टर कंपनी की पूरी जिम्मेदारी होती है।
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