UPI, कोरोना, पुलवामा.... मन की बात में आज क्या-क्या बोले मोदी, जानें बड़ी बातें

नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को मन की बात में विश्व नदी दिवस पर चर्चा की। पीएम मोदी ने कहा कि नदियां अपना जल स्वयं नहीं पीती, बल्कि परोपकार के लिए होती है। हमारे लिए नदी एक जीवन इकाई है। उन्होंने कहा कि जिस नदी को मां के रूप में हम जानते हैं, देखते हैं, जीते हैं उस नदी के प्रति एक आस्था का भाव पैदा होता था। हमारे कितने ही पर्व, त्योहार, उत्सव हो यह इन माताओं की गोद में ही होता है। पीएम मोदी ने कहा कि पहले हमारे घरों में परिवार के बड़े नदीं से जुड़े श्लोक बच्चों को याद करवाते थे। इससे हमारे देश में नदियों को लेकर आस्था भी पैदा होती थी। विशाल भारत का एक मानचित्र मन में अंकित हो जाता था। नदियों के प्रति जुड़ाव बनता था। पीएम मोदी ने इस मौके पर श्लोक भी पढ़ा। गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वति। नर्मदे सिन्धु कावेरी जले अस्मिन् सन्निधिं कुरु।। नदियां प्रदूषित क्यों हो रही हैं पीएम ने कहा कि कोई भी सवाल पूछेगा कि भई आप नदी के इतने गीत गा रहे हो, नदी को मां कह रहे हो तो ये नदी प्रदूषित क्यों हो जाती है? हमारे शास्त्रों में तो नदियों में जरा सा प्रदूषण करने को भी गलत बताया गया है। नदियों की सफाई में सबका सहयोग जरूरी पीएम मोदी ने कहा कि हम नदियों की सफाई और उन्हें प्रदूषण से मुक्त करने का काम सबके प्रयास और सबके सहयोग से कर ही सकते हैं। उन्होंने कहा कि‘नमामि गंगे मिशन’ भी आज आगे बढ़ रहा है तो इसमें सभी लोगों के प्रयास, एक प्रकार से जन-जागृति, जन-आंदोलन, उसकी बहुत बड़ी भूमिका है। तमिलनाडु की नागानधी का दिया उदाहरण पीएम ने कहा कि आप देखिये तमिलनाडु के वेल्लोर और तिरुवन्नामलाई जिले का एक उदाहरण देना चाहता हूं। यहां एक नदी बहती है, नागानधी। अब ये नागानधी बरसों पहले सूख गई थी। इस वजह से वहां का जलस्तर भी बहुत नीचे चला गया था। लेकिन, वहां की महिलाओं ने बीड़ा उठाया कि वो अपनी नदी को पुनर्जीवित करेंगी। फिर क्या था, उन्होंने लोगों को जोड़ा, जनभागीदारी से नहरें खोदी, चेकडैम बनाए, री-चार्ज कुएं बनाएं। उन्होंने कहा कि आप को भी जानकर के खुशी होगी साथियों कि आज वो नदी पानी से भर गई है। और जब नदी पानी से भर जाती है न तो मन को इतना सुकून मिलता है मैंने प्रत्यक्ष से इसका अनुभव किया है। साबरमति का पानी मन खुश कर देता है पीएम मोदी ने कहा कि आप में से बहुत लोग जानते होंगे कि जिस साबरमती के तट पर महात्मा गांधी ने साबरमती आश्रम बनाया था पिछले कुछ दशकों में ये साबरमती नदी सूख गयी थी। साल में 6-8 महीने पानी नजर ही नहीं आता था, लेकिन नर्मदा नदी और साबरमती नदी को जोड़ दिया। अगर आज आप अहमदाबाद जाओगे तो साबरमती नदी का पानी ऐसा मन को प्रफुल्लित करता है। छोटे-छोटे प्रयास से बड़े परिवर्तन पीएम ने कहा कि कभी भी छोटी बात को छोटी चीज को, छोटी मानने की गलती नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर महात्मा गांधी जी के जीवन की तरफ हम देखेंगे तो हम हर पल महसूस करेंगे कि छोटी-छोटी बातों की उनके जीवन में कितनी बड़ी अहमियत थी। छोटी-छोटी बातों को ले करके बड़े बड़े संकल्पों को कैसे उन्होंने साकार किया था। छोटे-छोटे प्रयासों से कभी कभी तो बहुत बड़े-बड़े परिवर्तन आते हैं! नए भारत के सपने के साथ स्वच्छता आंदोलन पीएम मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी ने स्वच्छता को स्वाधीनता के सपने के साथ जोड़ दिया था। पीएम ने कहा कि आज इतने दशकों बाद, स्वच्छता आन्दोलन ने एक बार फिर देश को नए भारत के सपने के साथ जोड़ने का काम किया है। और ये हमारी आदतों को बदलने का भी अभियान बन रहा है। मोदी ने कहा कि स्वच्छता ये पीढ़ी दर पीढ़ी संस्कार संक्रमण की एक जिम्मेवारी है। पीढ़ी दर पीढ़ी स्वच्छता का अभियान चलता है, तब सम्पूर्ण समाज जीवन में स्वच्छता का स्वभाव बनता है। जनधन खातों से गरीबों के हक का पैसा सीधे उन तक पहुंचा पीएम मोदी ने कहा कि अब आप जानते हैं जनधन खातों को लेकर देश ने जो अभियान शुरू किया। इसकी वजह से आज गरीबों को उनके हक का पैसा सीधा, सीधा उनके खाते में जा रहा है जिसके कारण भ्रष्टाचार जैसे रुकावटों में बहुत बड़ी मात्रा में कमी आई है। एक महीने में 355 करोड़ UPI ट्राजेंक्शन पीएम मोदी ने कहा कि ये बात सही है आर्थिक स्वच्छता में टेक्नोलॉजी बहुत मदद कर सकती है। उन्होंने कहा कि हमारे लिए ख़ुशी की बात है आज गांव देहात में भी फिन-टेक UPI से डिजिटल लेन-देन करने की दिशा में सामान्य आदमी भी जुड़ रहा है, उसका प्रचलन बढ़ने लगा है। पीएम मोदी ने कहा कि आपको मैं एक आंकड़ा बताता हूं आपको गर्व होगा। उन्होंने कहा कि पिछले अगस्त महीने में, UPI से 355 करोड़ लेनदेन हुए। पीएम मोदी ने कहा कि आज एवरेज 6 लाख करोड़ रूपये से ज्यादा का डिजिटल पेमेंट UPI से हो रहा है। इससे देश की अर्थव्यवस्था में स्वच्छता, पारदर्शिता आ रही है और हम जानते है अब फाइनेंसियल टेक्नोलॉजी का महत्व बहुत बढ़ रहा है। वैक्सीनेशन में बनाया रिकॉर्ड, दुनिया में हो रही चर्चा पीएम मोदी ने कहा कि वैक्सीनेशन में देश ने कई ऐसे रिकॉर्ड बनाए हैं जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। इस लड़ाई में हर भारतवासी की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी बारी आने पर वैकसीन तो लगवानी ही है पर इस बात का भी ध्यान रखना है कि कोई इस सुरक्षा चक्र से छूट ना जाए। अपने आस-पास जिसे वैक्सीन नहीं लगी है उसे भी वैक्सीनेशन सेंटर तक ले जाना है। वैक्सीन लगने के बाद भी जरुरी प्रोटोकॉल का पालन करना है। मुझे उम्मीद है इस लड़ाई में एक बार फिर टीम इंडिया अपना परचम लहराएगी। पीएम का आग्रह- दीनदयाल के बारे में जानें युवा पीएम मोदी ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जीवन से हमें कभी हार न मानने की भी सीख मिलती है। वह विपरीत राजनीतिक और वैचारिक परिस्थितियों के बावजूद भारत के विकास के लिए स्वदेशी मॉडल के विजन से कभी डिगे नहीं कहा। बहुत सारे युवा बने-बनाए रास्तों से अलग होकर आगे बढ़ना चाहते हैं। वे चीजों को अपनी तरह से करना चाहते हैं | दीनदयाल जी के जीवन से उन्हें काफी मदद मिल सकती है। इसलिए युवाओं से मेरा आग्रह है कि वे उनके बारे में जरूर जानें।


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/3ELg8xU
أحدث أقدم