तालिबानी कानून की तुलना शिवाजी के शासन से की केंद्रीयमंत्री आठवले ने

इंदौर. केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने इंदौर प्रवास के दौरान छत्रपति शिवाजीराजे के शासन की तुलना तालीबानी कानून से कर दी। बलात्कार करने वालों को लेकर उनका कहना था कि शिवाजी के राज में ऐसे लोगों के हाथ-पैैर तोड़ दिए जाते थे। ऐसा होना चाहिए, लेकिन हमारे यहां फांसी की सजा का प्रावधान किया गया है।
एक दिनी प्रवास पर आए केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री आठवले ने इस दौरान इस बात को माना की देश में महंगाई बढ़ी है। उन्होंने रसोई गैस के दाम बढऩे के कारण महिलाओं के द्वारा वापस चुल्हे पर रोटी बनाने की बात स्वीकार की। उनका कहना था कि ये बात हमने महाराष्ट्र में भी देखी है कि कई महिलाओं ने उज्जवला योजना में गैस लेने के बाद भी गैस का इस्तेमाल करना बंद कर दिया है। क्योंकि उसके दाम बढ़ गए हैं। केंद्र सरकार इसके दाम कम करने के बारे में सोच रही है। वहीं अठावले ने पाकिस्तान से दोस्ती की बात भी की। उन्होंने पाकिस्तान को सलाह दी कि यदि पाकिस्तान पाक अधिकृत कश्मीर का हिस्सा भारत को सौंप दे, तो दोनों देशों में दोस्ती हो सकती है। मैं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को कहना चाहता हूं कि यदि ऐसा होता है तो शांती का माहौल बनेगा, जिससे दोनों देशों की प्रगति होगी।
महाराष्ट्र में चल रही खिंचतान
वहीं उन्होंने महाराष्ट्र सरकार में आपस में खिंचतान की बात भी कही। उनका कहना था कि महाराष्ट्र सरकार आपस में ही लड रही है। महाराष्ट्र में गैंग रेप के मामले में सरकार को बालिका की मदद करना चाहिए। लेकिन वो नहीं कर रहे हैं। वहीं उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि शरद पंवार को लेकर शिवसेना और कांग्रेस के नेता आरोप लगाते रहते हैं। लेकिन सच्चाई ये है कि शरद पंवार का अपमान कांग्रेस ने किया था। वहीं शिवसेना को धोखेबाज बताते हुए उन्होंने कहा कि शिवसेना ने एनडीए को धोखा दिया था।
इंदौर में अंबेडकर सदन की मांग रखी
वहीं केंद्रीय मंत्री आठवले ने इंदौर में अंबेडकर सदन की मांग रखी। उनका कहना था कि इंदौर से महू पास में पड़ता है। ऐसे में इंदौर में अंबेडकर सदन बनना चाहिए। ताकि इंदौर आने वालों को सुविधा हो सके। इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को पत्र लिखने की बात भी आठवले ने की।



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