अपनों को कैसे दफनाते थे प्राचीन मिस्रवासी? 'मौत के बाजार' में मिले 100 से ज्यादा ताबूत

काहिरा यह विश्वास करना मुश्किल हो सकता है कि 100 सालों से अधिक खुदाई और लूट के बाद भी मिस्र में ढेर सारा खजाना छिपा हुआ है। हर साल यहां अनगिनत प्राचीन कलाकृतियों की खोज की जाती है। स्मिथसोनियन चैनल की डॉक्यूमेंट्री 'Tomb Hunters' के दौरान मकबरे के एक अज्ञात बड़े हिस्से का पता लगा गया। इसकी खोज सक्कारा में की गई, जहां 2020 में मूर्तियों और अन्य अवशेषों का एक ढेर मिला था। 1880 में शुरू हुई थी खुदाईपिछले कुछ सालों में मिस्र पुरातत्वविदों की पहली पसंद बनता जा रहा है। यहां कई बेशकीमती और प्राचीन खजानों की खोज की जा चुकी है। साल 1880 के दशक के मध्य में यहां खुदाई शुरू हुई थी और विलियम मैथ्यू फ्लिंडर्स पेट्री ने अपना काम शुरू किया था। उन्हें 'मिस्र पुरातत्व के पिता' के रूप में भी जाना जाता है। इसके बाद से ही पुरातत्वविद और शोधकर्ता देश में आते रहे और खुदाई व जांच करते रहे। माना जाता है कि देश की जमीन का हर हिस्सा अतीत के बारे में कोई न कोई रहस्य को अपने भीतर छिपाए हुए है। मिला 2500 साल पुराना खजानाखोजकर्ताओं को मकबरे के भीतर कई कीमती खजाने मिले जो साबित करते हैं कि मकबरे में दफन किए गए लोग उस समय औसत से बेहतर स्थिति में थे। कई चीजों को 2500 साल पुराना माना जा रहा है। एक मूर्ति के चेहरे पर सोने का पानी चढ़ा हुआ मिला, जिसे अच्छी तरह से संरक्षित किया गया था। मूर्तियों को मृतकों के साथ दफनाया गया होगा। इन्हें जीवन के बाद की यात्रा में सौभाग्य का प्रतीक माना जाता था। अगले जन्म का रखते थे खास ख्यालडॉक्यूमेंट्री में कहा गया कि इस खजाने से पता चलता है कि अमीर मिस्र लोग अपने मृतकों को कैसे दफनाते थे। प्राचीन मिस्रवासी अगले जन्म को लेकर काफी चिंतित थे। साइट के डायरेक्टर डॉ मोहम्मद यूसुफ ने कहा कि ममी और दफन करना एक धार्मिक चीज है। टीम और अधिक खोजने की उम्मीद में मकबरे की गहराई में गई। उन्होंने ढेर सारे ताबूतों की खोज की जिसे लेकर नैरेटर ने कहा, 'एक ताबूत के साथ शुरू हुई खोज 100 से अधिक ताबूतों का एक मेगा-मकबरा बन गया है।' मौत का होता था व्यापारइजिप्टोलॉजिस्ट कैथरीना स्टोवसैंड ने कहा कि इन सभी लोगों को दफनाने के लिए बड़े पैमाने पर ऑपरेशन की आवश्यकता थी। इतने बड़े पैमाने पर ताबूत दिखाते हैं कि यह इलाका मौत की एक बड़ी इंडस्ट्री थी, जहां मृत लोग ग्राहक हुआ करते थे। यहां एक बहुत बड़ा कब्रिस्तान था जो वास्तव में एक व्यापार का भी माध्यम था और यहां कई कर्मचारी भी काम करते थे।


from World News in Hindi, दुनिया न्यूज़, International News Headlines in Hindi, दुनिया समाचार, दुनिया खबरें, विश्व समाचार | Navbharat Times https://ift.tt/3m2pbCh
Previous Post Next Post