काहिरामिस्र के तट पर थोनिस हेराक्लिओन के पास खंडहरों में चौथी शताब्दी ई. पू. की फलों से भरी टोकरियां खोजी गई हैं। टोकरियों के साथ सैकड़ों प्रचीन चीनी मिट्टी की कलाकृतियों और कांस्य की मूर्तियों की भी खोज की गई है। दूसरी शताब्दी ई. पू. में आई शहर में भयानक बाढ़ के बाद से इन टोकरियों को किसी ने नहीं छुआ है। बाद में आठवीं शताब्दी ईस्वी में भूकंप और ज्वार के चलते शहर पूरी तरह से डूब गया था। टोकरी में आज भी मौजूद फलइस खोज से पुरातत्वविद Franck Goddio चौंक गए। उन्होंने द गार्जियन को बताया कि फलों की टोकरियां 'अद्भुत' हैं, जिन्हें 2000 से अधिक सालों से किसी ने नहीं छुआ है। टोकरी में अभी भी Doum (अफ्रीकी फल जो प्राचीनकाल में मिस्र के लोगों के लिए पवित्र था) और अंगूर के बीज मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि फलों की टोकरियां देखकर उन्हें बहुत अच्छा लगा। कांस्य की कई मूर्तियां मिलींGoddio ने कहा कि संभवतः टोकरियां अभी तक अस्तित्व में इसलिए हैं क्योंकि इन्हें अंडरग्राउंड कमरे में रखा गया था। Goddio और उनकी टीम को यहां एक Tumulus (कब्रों के ऊपर लगाया जाने वाला टीला) भी मिला। यह टीला करीब 60 मीटर लंबा और 8 मीटर चौड़ा है। ये सभी चीजें चौथी शताब्दी ई. पू. की शुरुआत की हैं जब ग्रीक व्यापारी और सैनिक थोनिस-हेराक्लिओन शहर में रहते थे। टीम को कांस्य से बनी कई मूर्तियां भी मिली हैं। रहस्य बना हुआ है कमराअनुमान है कि बड़े पैमाने पर जलने के कारण लोगों को इस साइट पर दोबारा आने से रोक दिया गया था। ऐसा मालूम पड़ता है कि इस जगह को सील कर दिया गया था क्योंकि कोई भी कलाकृति चौथी शताब्दी ई. पू. के बाद की नहीं है बल्कि शहर आगे भी कई सौ सालों तक जीवित रहा था। Goddio ने कहा कि यहां बहुत कुछ अजीब है। शायद इस जगह का इस्तेमाल सिर्फ एक बार हुआ है। फिलहाल इस बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं है और यह एक रहस्य है।
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