ब्लॉगः क्यों क्षेत्रीय दलों को उनके घर में हराना हमेशा मुश्किल रहा है?

जिन पांच राज्यों में अगले कुछ दिनों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, वहां बीजेपी और कांग्रेस के साथ-साथ क्षेत्रीय दलों का भी बहुत कुछ दांव पर लगा है। इनके परिणाम से राष्ट्रीय दलों की सियासी राह तो तय होगी ही, क्षेत्रीय दलों का भविष्य भी तय होगा। पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में 27 मार्च से विधानसभा चुनाव शुरू हो रहा है और वोटों की गिनती 2 मई को होगी। इन सभी राज्यों में क्षेत्रीय दलों की अहम भूमिका होगी। पिछले कुछ समय में देश में क्षेत्रीय दल ही कमोबेश अपने प्रभाव क्षेत्र में अपने दुर्ग को बचाने में सफल रहे हैं। लेकिन बीजेपी ने देशव्यापी विस्तार की नीति के तहत इनके प्रभाव क्षेत्रों में पूरी ताकत के साथ सेंध मारी, जिसके बाद से अब इनके सामने असली चुनौती सामने आ रही है।

from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/2QGk6DH
أحدث أقدم