श्रीनगर जेएनयू की पूर्व छात्र नेता ने अपने पिता के आरोपों के जवाब में सोमवार को एक बयान जारी किया है। शहला और उनकी मां पर उनके पिता ने देशद्रोह और देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया था। इसके जवाब में शहला ने ट्वीट करते हुए इन आरोपों को बेबुनियाद बताया, साथ ही पिता पर घरेलू हिंसा के आरोप भी लगाए। शहला ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि परिवार में ऐसा नहीं होता, जैसा मेरे पिता ने किया है। उन्होंने मेरे साथ-साथ मेरी मां और बहन पर भी बेबुनियाद आरोप लगाए हैं। शहला ने ट्वीट करते हुए कहा कि वह पत्नी को पीटने वाले, एक अपमानजनक और दुष्ट इंसान हैं। हमने आखिरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया है और यह स्टंट उसी की प्रतिक्रिया है।' शहला ने अपने बयान में आगे कहा है, 'हालांकि यह पारिवारिक मसला है लेकिन हम पर लगाए गए आरोप बहुत गंभीर हैं। असलियत तो यह है कि मेरी मां, बहन और मैंने अपने पिता के खिलाफ कोर्ट में घरेलू हिंसा की शिकायत दर्ज कराई है। 17 नवंबर 2020 से उनके हमारे घर में घुसने से रोक लगा दी गई है। आप सभी से निवेदन है कि उनकी बातों को गंभीरता से न लें।' इससे पहले छात्रा शहला रशीद पर उसके पिता ने देशद्रोह और देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया है। इसके लिए उन्होंने पुलिस महानिदेशक को एक पत्र लिखकर अपनी जान का खतरा बताते हुए पुलिस सुरक्षा की मांग की है। 'टेरर फंडिंग के तीन करोड़ रुपयों की पेशकश'शहला के पिता अब्दुल रशीद ने दावा किया कि वर्ष 2017 में उनकी बेटी अचानक ही कश्मीर की राजनीति में आ गई थी। पहले वह नैशनल कॉन्फ्रेंस में शामिल हुई थी। उसके बाद जेकेपीएम में शामिल हुई थी। इस राजनीतिक दल की स्थापना आईएएस अफसर शाह फैसल ने की थी। अब्दुल रशीद ने बताया कि एमएलए इंजिनियर रशीद और जुहूर वटाली ने उनकी बेटी को नई पार्टी में शामिल होने के लिए तीन करोड़ रुपये के पैकेज की पेशकश की। टेरर फंडिंग मामले में इंजिनियर रशीद और जुहूर वटाली गिरफ्तार हैं। अब्दुल रशीद ने बताया कि जून 2017 में इन दोनों नेताओं ने उसे वटाली के घर पर बुलाया था, जो कि श्रीनगर में है। वहां पर उसे कहा गया कि वे लोग नई पार्टी बनाने जा रहे हैं और उसमें उनकी बेटी को जोड़ा जाएगा। 'बेटी को इस राह पर चलने से मना किया'अब्दुल रशीद ने आरोप लगाया कि उस दिन उन्हें मौके पर तीन करोड़ रुपये देने की बात कही गई थी लेकिन उन्होंने मना कर दिया था। उसके बाद उनकी बेटी से संपर्क किया गया। उन्होंने कहा, 'मैंने उस समय कहा था कि जो पैसे उसे (शहला रशीद) दिए जा रहे हैं वह गलत रास्ते आए हैं। इनका इस्तेमाल भी गलत जगह पर हो रहा है।' उन्होंने बताया कि इसके बाद उनकी बेटी इन नेताओं के साथ जुड़ गई थी। इतना ही नहीं, उनका कहना है कि जब उन्होंने अपनी बेटी को मना किया तो उनसे कहा गया कि वह इस मामले में चुप रहें। उन्हें बताया गया कि पैसे ले लिए गए हैं। इन पैसों को जहां पहुंचाना था वहां भेज दिए गए हैं। यह भी कहा गया कि आगे और भी पैसे आएंगे। आईजी से जांच की मांग कीशहला के पिता ने आरोप लगाया कि इन सबके बाद उन्हें तंग किया जाने लगा। उनके घर पर कई लोगों का आना-जाना शुरू हो गया। जब उन्होंने इन सब चीजों के लिए मना किया तो उन्हें धमकियां दी जाने लगीं। अब्दुल रशीद का यह भी कहना है कि उन्हें घर से बाहर करने का भी पूरा प्रयास किया गया। अब उन्हें अपनी जान को खतरा लग रहा है। दरअसल, उनकी बेटी देशद्रोही लोगों के साथ जुड़ गई है। ऐसे में उन्हें जान से मारा जा सकता है। अब्दुल रशीद ने पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने अपनी सुरक्षा की मांग की है। पुलिस महानिदेशक ने आईजी कश्मीर को मामले की जांच करने को कहा है ताकि हकीकत बाहर लाई जा सके।
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