<p>केरल सरकार ने राज्य में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए एक नई योजना की शुरुआत की है. राज्य सरकार की यह योजना एमएसएमई सेक्टर को विभिन्न जोखिमों से बचाने पर केंद्रित है. इसके तहत एमएसएमई को विस्तृत बीमा कवरेज का लाभ मिलेगा. राज्य सरकार ने इस स्कीम के लिए 4 सरकारी बीमा कंपनियों के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किया है.</p> <h3>सरकार देगी 50 फीसदी प्रीमियम</h3> <p>इस स्कीम के तहत एमएसएमई सेक्टर को सस्ते में बीमा कवरेज का लाभ मिलेगा. राज्य सरकार योजना के तहत एमएसएमई को 50 फीसदी सालाना प्रीमियम का फायदा देगी. उन्हें 50 फीसदी सालाना प्रीमियम का रीम्बर्समेंट राज्य सरकार की ओर से मिलेगा. केरल सरकार ने इसके लिए योजना को समर्पित नए वेब पोर्टल की भी शुरुआत की.</p> <h3>ये है योजना का उद्देश्य</h3> <p>राज्य सरकार की ओर से उद्योग एवं वाणिज्य विभाग ने गुरुवार को चार सरकारी बीमा कंपनियों के साथ योजना के लिए समझौता किया. राज्य सरकार का कहना है कि उसकी यह योजना राज्य में एमएसएमई की पूरी पारिस्थितिकी को बढ़ावा देगी. सारे रिस्क का कवरेज मिलने से लोग उद्यमिता के प्रति प्रोत्साहित होंगे. इस तरह केरल में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उपक्रमों में मजबूती आएगी.</p> <h3>केरल में एमएसएमई की संख्या</h3> <p>केरल सरकार की मानें तो राज्य में अभी 3 लाख से ज्यादा एमएसएमई हैं. उनमें से करीब 1.40 लाख एमएसएमई राज्य सरकार की ईयर ऑफ एंटरप्राइजेज इनिशिएटिव से जुड़े हुए हैं. हालांकि उनमें से सिर्फ 15 हजार एमएसएमई ही ऐसे हैं, जिनके पास विभिन्न प्रकार के जोखिमों के लिए बीमा का कवरेज है. राज्य सरकार इसके दायरे को बढ़ाना चाहती है, ताकि केरल के एमएसएमई बिजनेस की राह में आने वाले विभिन्न व्यवधानों से पार पा सकें.</p> <h3>ऐसे रिस्क के लिए कवरेज</h3> <p>एमएसएमई के लिए शुरू की गई इस बीमा योजना के तहत प्राकृतिक आपदाओं, आगजनी, चोरी, दुर्घटना, बाजार में उतार-चढ़ाव जैसे जोखिम के लिए कवरेज मिलेगा. अक्सर ऐसा देखा जाता है कि एमएसएमई इस तरह के जोखिमों के कारण बीच में बिजनेस बंद करने पर बाध्य हो जाते हैं. राज्य सरकार की बीमा योजना उनके लिए बिजनेस में बने रहना सुनिश्चित करेगी.</p> <h3>इन्हें मिलेगा योजना का लाभ</h3> <p>राज्य सरकार ने बताया कि मैन्यूफैक्चरिंग, सर्विस या ट्रेड सेक्टर की कोई भी एमएसएमई, जिसके पास केरल में उद्यम रजिस्ट्रेशन है, बीमा योजना का लाभ उठा सकती है. उनके अलावा भारत सूक्ष्म/लघु उद्यम योजना में एनरॉल एमएसएमई को भी स्कीम का फायदा मिलेगा.</p> <p><strong>ये भी पढ़ें: <a title="क्या है ग्लोबल हंगर इंडेक्स? क्यों नेपाल-पाकिस्तान जैसे देशों से भी नीचे गिर गया भारत?" href="https://ift.tt/SeJ4uaH" target="_blank" rel="noopener">क्या है ग्लोबल हंगर इंडेक्स? क्यों नेपाल-पाकिस्तान जैसे देशों से भी नीचे गिर गया भारत?</a></strong></p>
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