RBI Monetary Policy: आरबीआई ने FY24 के लिए बढ़ाया महंगाई का अनुमान, GDP ग्रोथ 6.5 फीसदी पर रखा बरकरार

<p style="text-align: justify;"><strong>RBI Monetary Policy:</strong> रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की तीन दिवसीय द्विमासिक मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक 8-10 अगस्त के बीच चली. आज आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समिति के फैसलों का एलान किया और रेपो रेट को बिना किसी बदलाव के 6.50 फीसदी पर बरकरार रखा है. देश की आर्थिक विकास दर के लिए आरबीआई ने अपने अनुमान में कोई बदलाव नहीं किया है पर मंहगाई दर के लक्ष्य को आरबीआई ने बढ़ा दिया है.</p> <h3 style="text-align: justify;"><strong>पहले जानें ग्रोथ के लक्ष्य के बारे में</strong></h3> <p style="text-align: justify;">आरबीआई गवर्नर ने ये भी कहा कि वित्त वर्ष 2024 में जीडीपी की ग्रोथ का अनुमान आरबीआई ने 6.50 फीसदी पर कायम रखा है और आरबीआई गवर्नर के मुताबिक ये कई देशों की अर्थव्यवस्था से बेहतर रहने वाली है. भारत दुनिया के लिये आर्थिक वृद्धि का इंजन बना है.</p> <h3 style="text-align: justify;"><strong>मांग में सुधार से बढ़ेगी जीडीपी</strong></h3> <p style="text-align: justify;">रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में रोजमर्रा की खपत के सामान की बिक्री बढ़ी, जो ग्रामीण मांग में सुधार का संकेत माना जा रहा है. खरीफ की कटाई के साथ यह और सुधरेगी. दो हजार का नोट वापस लेने से और सरकार को डिविडेंड की वजह से सरप्लस लिक्विडिटी का स्तर बढ़ा है. इसका असर देश की आर्थिक विकास गतिविधियों पर देखा जाएगा. RBI गवर्नर के मुताबिक आने वाले त्योहारों के दौरान निजी उपभोग और निवेश गतिविधियों को सपोर्ट मिलने की उम्मीद है.&nbsp;</p> <h3 style="text-align: justify;"><strong>रियल जीडीपी ग्रोथ का अनुमान</strong></h3> <p style="text-align: justify;">वित्त वर्ष 2024 में रियल जीडीपी ग्रोथ की बात करें तो पहली तिमाही में रियल जीडीपी ग्रोथ 8 फीसदी रहने का अनुमान है. इसकी अगली तिमाही यानी वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में रियल जीडीपी ग्रोथ 6.5 फीसदी पर रहने का अनुमान है. तीसरी तिमाही में 6 फीसदी और चौथी तिमाही में रियल जीडीपी ग्रोथ 5.7 फीसदी पर रह सकती है. पूरे वित्त वर्ष के लिए रियल जीडीपी ग्रोथ 6.60 फीसदी रह सकती है.</p> <h3 style="text-align: justify;"><strong>महंगाई को लेकर आरबीआई का क्या है अनुमान</strong></h3> <p style="text-align: justify;">आरबीआई को इस बार महंगाई के लक्ष्य में इजाफा करना पड़ा है और वित्त वर्ष 2024 में इसका लक्ष्य 5.1 फीसदी से बढ़ाकर 5.4 फीसदी कर दिया गया है. आरबीआई गवर्नर ने बताया कि टमाटर की कीमतों में उछाल और अनाज, दालों के दाम बढ़ने से महंगाई पर असर देखा जा सकता है, हालांकि आगे चलकर सब्जियों की कीमतों में बड़ा सुधार हो सकता है. हालिया हफ्तों में कच्चे तेल की कीमतों में अस्थिरता रही है और डिमांड तथा सप्लाई की अनिश्चितताओं के कारण इस क्षेत्र में कई आशंकाए हैं.</p> <h3 style="text-align: justify;"><strong>जानें चारों तिमाहियों में कैसी रहेगी महंगाई दर</strong></h3> <p style="text-align: justify;">आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष के लिए महंगाई दर का अनुमान बढ़ाकर 5.4 फीसदी कर दिया है. दूसरी तिमाही में रिटेल महंगाई दर 6.2 फीसदी, तीसरी तिमाही में 5.7 फीसदी और चौथी तिमाही में 5.2 फीसदी रहने का अनुमान रह सकता है. आरबीआई गवर्नर ने ये भी बताया कि महंगाई आरबीआई के टार्गेट से ज्यादा रही है लेकिन आरबीआई 4 फीसदी की महंगाई दर हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध रहा है.</p> <h3 style="text-align: justify;"><strong>करेंट अकाउंट घाटा काफी हद तक दायरे में</strong></h3> <p style="text-align: justify;">आरबीआई गवर्नर ने जानकारी दी कि चालू खाते का खाता काफी हद तक तय दायरे में है और इसके जरिए सर्विस एक्सपोर्ट और विदेश में रहने वाले भारतीयों द्वारा भेजे जाने वाले धन से मदद मिलेगी. अप्रैल-मई के दौरान शुद्ध रूप से फॉरेन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट (एफडीआई) गिरकर 5.5 अरब डॉलर हुआ, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 10.6 अरब डॉलर था.&nbsp;</p> <h3 style="text-align: justify;"><strong>जनवरी 2023 से भारतीय रुपया स्थिर- आरबीआई गवर्नर</strong></h3> <p style="text-align: justify;">जनवरी 2023 से भारतीय रुपया स्थिर बना हुआ है और विदेशी मुद्रा भंडार 600 अरब डॉलर के पार हो गया है. आरबीआई गवर्नर ने कहा कि रिजर्व बैंक नरम नीतिगत रुख को वापस लेने पर ध्यान देना जारी रखेगा और फ्लोटिंग ब्याज दर वाले कर्ज के लिए ब्याज दरें नए सिरे से तय करने के लिए एक पारदर्शी प्रणाली का प्रस्ताव रखा गया है. रिजर्व बैंक का कर्ज लेने वाले ग्राहकों को निश्चित ब्याज दर की ओर शिफ्ट होने की अनुमति देने को एक ढांचा लाने का प्रस्ताव भी रखा गया है.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>ये भी पढ़ें</strong></p>

from business https://ift.tt/ANbfFTs
Previous Post Next Post