<p style="text-align: justify;"><strong>Indian Railways Special Trains For Workers:</strong> रेलवे की ओर से प्रवासी मजदूरों के लिए हर दिन ट्रेन चलाने का फैसला लिया गया है. प्रवासी श्रमिकों और मजदूरों जैसे कम आय वाले लोगों के लिए नॉन एसी, जनरल कैटेगरी वाली ट्रेनें चलाई जाएंगी. रेलवे ने ये फैसला एक स्‍टडी के बाद लिया है, जिसमें उन राज्‍यों की पहचान की गई है, जहां से बड़ी संख्‍या में लोगों को आना जाना रहता है और इन्‍हें ज्‍यादा वेटिंग का सामना करना पड़ता है. </p> <p style="text-align: justify;">रेलवे के इस फैसले से उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड जैसे राज्‍यों के लोगों को काफी लाभ होगा. इन लोगों को आसानी से कंफर्म टिकट मिल जाएगा. साथ आने जाने में भी सुविधा होगी. रेलवे बोर्ड के इस फैसले से केवल त्‍योहारों या पीक सीजन ही नहीं, बल्कि हर दिन स्‍पेशल ट्रेन चलाई जाएंगी. इससे रेलवे स्‍टेशनों और इन रूटों पर भीड़ कम होगी. यह ट्रेन जनवरी 2024 से नियमित रूप से संचालित की जाएगी. इसमें सिर्फ एलएचबी कोच, स्‍लीपर और जनरल कोच होगा. </p> <h3 style="text-align: justify;"><strong>यूपी, बिहार, झारखंड समेत इन राज्‍यों से चलेंगी ट्रेनें </strong></h3> <p style="text-align: justify;">रेलवे बोर्ड के मुताबिक, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, पंजाब, असम, गुजरात, दिल्ली, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश राज्यों के लिए नई स्‍पेशल ट्रेनों की योजना बनाई जा रही है. ये ट्रेनें नियमित तौर पर शुरू की जाएंगी. अधिकारियों ने कहा कि इन राज्‍यों से ज्‍यादातर कामगार, कारीगर, मजदूर और अन्‍य लो काम करने के लिए महानगरों और बड़े शहरों में जाते हैं. </p> <h3 style="text-align: justify;"><strong>पूरे साल चलेंगी ये ट्रेनें </strong></h3> <p style="text-align: justify;">रेलवे अधिकारियों ने बताया कि ये ट्रेनें पूरे साल चलेंगी और घर से महानगरों के लिए और महानरों से घर तक यात्रियों को पहुंचाएगी. इन ट्रेनों में सिर्फ स्लीपर-जनरल क्लास के कोच लगेंगे. एक अधिकारी ने कहा कि प्रवासी स्‍पेशल ट्रेनों में कम से कम 22 से अधिकतम 26 कोच होंगे. इन्हें मौसमी के बजाय पूरे साल स्थायी रूप से चलाया जाएगा. इन्‍हें नियमित टाइम टेबल में भी शामिल किया जाएगा, जिससे यात्री पहले से रिजर्वेशन करा सकेंगे. </p> <h3 style="text-align: justify;"><strong>यात्रा हो जाएगी सस्‍ती </strong></h3> <p style="text-align: justify;">एक अन्‍य डेवलपमेंट में अधिकारियों ने कहा कि भारतीय रेलवे को भविष्य के लिए तैयार करने के लिए, केवल दो प्रकार के कोच अंतिम सेवा में रखे जाएंगे, जिसमें एलएचबी कोच और अन्य वंदे भारत कोच शामिल हैं. अभी मौजूदा समय में कुल 28 प्रकार के कोच सर्विस में हैं. एक अधिकारी ने कहा कि इससे मरम्‍मत की लागत कम हो जाएगा और यात्रा सस्‍ती हो जाएगी. </p> <p style="text-align: justify;"><strong>ये भी पढ़ें </strong></p> <p style="text-align: justify;"><strong><a href="https://ift.tt/mXflaxP Financial Demerger: स्पेशल ट्रेडिंग में जियो फाइनेंशियल सर्विसेज का प्राइस हुआ डिस्कवर, 261.85 रुपये हुआ स्टॉक का प्राइस तय</a></strong></p>
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