इंदौर. तेजाजी नगर थाना क्षेत्र में लंबे समय से बगैर रजिस्ट्रेशन के क्लिनिक संचालित हो रहा था, लेकिन स्वास्थ्य विभाग को इसकी भनक तक नहीं लगी। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के कुंभकर्णी नींद में सोए रहने पर क्लिनिक पर झोलाछाप डॉक्टर लोगों का इलाज करता रहा। क्षेत्र के रहवासियों ने एसडीएम को शिकायत दर्ज कराई तब कहीं जांच हुई। जांच में क्लीनिक का नियमों के खिलाफ संचालन पाया गया। मरीजों को भर्ती तक किया जा रहा था। नियम विरूद्ध संचालित होने पर कल प्रशासन ने सील करने की कार्रवाई करने के साथ ही तेजाजी नगर थाने में शिकायत भी दर्ज करा दी है।
बिचौली हप्सी अनुभाग की एसडीएम प्रिया वर्मा को कैलोद करताल के रहवासियों ने शिकायत दर्ज कराई थी कि क्षेत्र में प्रियंका क्लिनिक संचालित हो रहा है। क्लिनिक संचालित करने वाले तपस राय के पास कोई वैध डिग्री नहीं है। क्लिनिक पर मरीजों को बॉटल लगाए जाने से लेकर इंजेक्शन तक लगाए जाते हैं। जांच दल ने जांच के दौरान पाया कि यहां पर एलोपैथिक पद्धति से इलाज किया जा रहा है। क्लिनिक एक्ट का उल्लंघन पाया गया। टीम को यहां से दवाएं, इंजेक्शन सीरीज के साथ ही बॉटल तक मिली है।
डिग्री की हो रही जांच
जांच दल को यहां से क्लिनिक संचालक तपस राय के पास जो डिग्री मिली है वह कोलकाता की है। जोनल अधिकारी डॉ. अजय गुप्ता ने बताया कि डिग्री एलोपैथिक से उपचार किए जाने के लिए वैध नहीं है। यहां पर मरीजों को भर्ती किया जाना पाया गया जो भी गलत है। डिग्री की जांच की जा रही है। एसडीएम वर्मा ने बताया कि हमारे पास रहवासियों की शिकायत आई थी। हमने स्वास्थ्य विभाग से शिकायत की जांच कराई तो पाया कि बगैर रजिस्ट्रेशन से क्लिनिक संचलित हो रहा है। सील करने की कार्रवाई के साथ तेजाजी नगर थाने में एफआइआर भी दर्ज कराई गई है।
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