
इंदौर। विजय नगर इलाके में कोङ्क्षचग क्लास के लिए निकले एक छात्र के अपहरण और फिरौती की सूचना से पुलिस हरकत मेें आ गई। लापता हुए बेटे के पिता को उसी के मोबाइल से कॉल किया गया कि द्मतुम्हारा बेटा हमारे कब्जे में हैं, 50 हजार रुपए चाहिए वरना मार देंगेद्य। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई कर लापता युवक को देवास से बरामद कर लिया। पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि फरियादी के बेटे ने ही दोस्तों से मिलकर खुद के अपहरण की कहानी रच ली थी।
विजय नगर थाना प्रभारी रवींद्र गुर्जर ने बताया कि 28 जुलाई को फरियादी मुकेश पिता भूरूलाल बड़ोतकर निवासी अंबे नगर देवास ने विजय नगर पुलिस को सूचना दी कि मेरा बेटा आयुष सुबह करीब 7 बजे इंदौर में कोङ्क्षचग क्लास जाने का बोल कर गया था। दोपहर 12 बजे आयुष ने मोबाइल से मुझे फोन कर बताया कि कुछ लोग मेरा पीछा कर रहे हैं, उसके बाद उसने फिर से बताया कि उसे 4-5 लोगों ने रेडिसन चौराहे पर पकड़ लिया है। इसके बाद आयुष के मोबाइल से किसी अन्य व्यक्ति ने कॉल कर कहा कि आयुष को हमने पकड़ रखा है, इसे छोडऩे के लिए 50 हजार रुपए चाहिए नहीं तो आयुष को मार देंगे। फरियादी के पास मारपीट का वीडियो भी भेजा गया था। प्रकरण की गंभीरता को ²ष्टिगत रखते डीसीपी अभिषेक आनंद के निर्देश पर टीम बनाई और तकनीकी जांच के आधार पर टीम ने फरियादी के बेटे आयुष को देवास सिविल लाइन से बरामद कर लिया।
पार्टी मनाने को चाहिए थे रुपए
थाना प्रभारी गुर्जर के मुताबिक आयुष से पूछताछ की उसने अपने दोस्त गोलू ठाकुर, अंकित मालवीय, सुमित सवालिया और आकाश चौहान से साथ मिलकर खुद के अपहरण की झूठी कहानी रची। उन्हें पार्टी मनाहे के लिए रुपए चाहिए थे। पुलिस ने आरोपी अंकित, आकाश, सुमित को देवास से हिरासत में ले लिया और पूछताछ की जा रही है। एक आरोपी गोलू ठाकुर अभी फरार है।
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