चंद्रमा आज कर्क राशि में प्रवेश कर चुके हैं। वे अगले ढाई दिन तक इसी राशि में मंगल के साथ युति बनाएंगे। गुरुवार को गुरु पुष्य योग भी है। चंद्रमा के नक्षत्र में मंगल का होना अपने आप में ही सुंदर योग है। क्योंकि कर्क राशि में मंगल बहुत उग्र हो जाते हैं, तो अशुभ परिणाम देते हैं। चंद्रमा के आने से मंगल शांत रहेंगे और शुभ परिणाम देंगे। गुरु फिलहाल मंगल की राशि मेष में बैठे हुए हैं। गुरु, चंद्र और मंगल की युति से बड़ा ही सुंदर योग महालक्ष्मी या गजकेसरी राजयोग बन रहा है। भले ही गुरु, चंद्रमा और मंगल के साथ नहीं हैं, लेकिन मंगल की राशि मेष में बैठने भर से ही वे महालक्ष्मी या गजकेसरी राजयोग का संयोग बना रहे हैं। पत्रिका.कॉम के इस लेख में भोपाल के ज्योतिषाचार्य पं. अरविंद तिवारी जी से जानें इस राजयोग का देश दुनिया पर क्या असर पड़ेगा, वहीं किन राशियों के लिए कैसे रहने वाले हैं ये दो दिन...
शुक्रवार की दोपहर के बाद चंद्रमा सिंह राशि में चला जाएगा। लेकिन ये दो दिन सभी के लिए बेहद खास और शुभ रहने वाले हैं। प्रेम संबंधों के लिए भी ये ढाई दिन बहुत खूबसूरत रहने वाले हैं। वहीं सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्रों के लिए भी ढाई दिन का यह समय बेहद अच्छा रहने वाला है। चंद्रमा मंगल की तीव्रता को कम करेगा, तो उसका लाभ ही मिलने वाला है। कर्क राशि मंगल की नीच राशि है। नीच राशि में आकर मंगल शुभ फल नहीं देते, बल्कि उग्र बने रहते हैं। तो चंद्रमा के रहने से मंगल किसी का भी अमंगल नहीं करेंगे। चंद्रमा किसी भी राशि में दो से ढाई दिन ही रहते हैं। ऐसे में वे 26 मई को एक बार फिर से अपनी राशि बदलेंगे और सिंह राशि में जाएंगे।
कर्क राशि में चंद्रमा- आपके लिए कैसे रहेंगे दो दिन
मेष - राशि के लिए ठीक नहीं।
वृषभ - बहुत ही शुभ है।
मिथुन - शुभ नहीं है।
कर्क- बहुत ही शानदार।
सिंह- बेहद कमजोर
कन्या- बेहद शानदार
तुला- बेहद शानदार
वृश्चिक- सामान्य से बेहतर।
धनु- शुभ नहीं हैं।
मकर- सामान्य से बेहतर।
कुंभ- सबसे शानदार है।
मीन- सामान्य से बेहतर।
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