महिला बाल विकास अधिकारी कर्मचारी आज से हड़ताल पर

सरदारपुर। विगत कई वर्षों से उपेक्षा का शिकार हो रहे महिला एवं बाल विकास विभाग परियोजना अधिकारियों, पर्यवेक्षकों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं, मिनी कार्यकर्ताओं के सब्र का बांध टूट गया है। चुनावी साल में जहां प्रदेश सरकार लाड़ली बहना योजना के तहत महिलाओं के वोट बैंक को साधने का प्रयास कर रही हैं, वहीं प्रदेश के आइसीडीएस विभाग में पदस्थ अधिकतर महिलाएं शासन की अनदेखी का शिकार होकर चरणबद्ध आंदोलन को विवश होती दिखाई दे रही हैं।

जिला मुख्यालय पर मंगलवार को आयोजित संयुक्त बैठक के दौरान उक्त समस्त कर्मचारियों ने शासन की वादा खिलाफी के विरोध में बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। इसकी सूचना आवेदन के माध्यम से महिला सशक्तिकरण अधिकारी भारती डांगी को दी गई। आवेदन में बताया गया कि महिला बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका 15 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे। सभी अपनी लंबित मांगों के निराकरण के लिए मांगें पूरी नहीं होने तक सामूहिक अवकाश पर रहेंगे।

उषा ठाकुर एवं संरक्षक बीआर चौहान ने बताया कि इस दौरान कमल सिंह निगवाल परियोजना अधिकारी संघ धार व सत्यनारायण मकवाना, भगतसिंह चौहान, पल्लवी परमार, राखी देवड़ा जिला अध्यक्ष पर्यवेक्षक संघ, रानी जायसवाल आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ धार, सोनू पुरोहित एवं कोषाध्यक्ष प्रीति सेन, प्रेक्षक विद्या पाचुरे, सीमा देशपांडे व समस्त पदाधिकारी मौजूद थे।

ज्ञापन सौंपा
आगर मालवा । गुंदीकलां निवासी सुरेश खांगुड़ा एवं उसके परिवार की मौत के मामले में संदेह जताते हुए समाजजन ने कलेक्टोरेट व एसपी कार्यालय में ज्ञापन सौंपे। ज्ञापन में समाजजन ने कहा कि सुरेश खांगुड़ा स्थानीय निवासी थे और भोपाल पुलिस स्पेशल ब्रांच में उप निरीक्षक के रूप में पदस्थ थे। उन्होंने खुद के परिवार की हत्या व स्वयं आत्महत्या नहीं की है। इसमें कोई गहरी साजिश दिखाई देती है। इस पूरे घटनाक्रम की सीबीआई से जांच कराई जाए और वास्तविक दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए। सात दिवस में कार्रवाई न होने की दशा में समाजजनों ने आंदोलन की चेतावनी दी।



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