इंदौर. रोजगार की रीड एमएसएमई को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में अब तक मात्र 970 उद्यमियों को 77 करोड़ का लोन दिया गया है। सरकार ने 4200 उद्यमियों को लोन देने का लक्ष्य तय किया है। अगले दो माह में उद्योग विभाग को 3230 ऐसे युवा ढूंढना है, जो अपना खुद का मेन्युफेक्चरिंग या सेेवा उद्योग शुरू करना चाहता है। अन्य स्वरोजगार योजनाओं की प्रगति भी सामान्य है।
यह जानकारी स्वरोजगार योजनाओं की समीक्षा के दौरान सामने आई है। सारे मामले में दिलचस्प बात यह रही, एक उद्यमी को औसत 8 लाख रुपए का लोन दिया गया है। उद्यमियों की माने तो इतनी राशि में छोटे एमएसएमई की शुरूआत ही हो सकती है। समीक्षा के दौरान बताया गया, उद्यम क्रांति योजना के लिए इस साल 4200 उद्यमियों को लोन देने का लक्ष्य तय किया है। जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के अफसरों ने बताया, 1700 उद्यमियों ने आवेदन किए थे, जिसमें 1375 बैंकों को भेजे गए, इसमें बैंको ने 970 को 77 करोड़ का ऋण मंजूर किया जो लक्ष्य का 22 फीसदी है। योजनाओं की प्रभारी सीईओ वंदना शर्मा ने काम में तेजी लाने के निर्देश दिए है।
इस साल अब तक
4200 उद्यमियों का लक्ष्य
1700 आवेदन मिलें
1375 बैंक भेजें
970 हुए स्वीकृत
77 करोड़ लोन
दिया यह है योजना
- उत्पादन इकाई या उद्यम स्थापना के लिए 1 से 50 लाख रुपए का लोन
- सेवा इकाई के लिए 1 से 25 लाख रुपए का लोन सुविधा
- 3 फीसदी ब्याज पर सब्सिडी , सरकार देगी गारंटी
अन्य योजनाओं की िस्थति
- प्रधानमंत्री रोजगार सृजन में 187 युवाओं को स्वरोजगार के लिए 5.8 करोड़ रुपए दिए गए। इसमें 280 आवेदन मिले थे। जबकि लक्ष्य 140 का दिया गया था।
- प्रधानमंत्री मुद्रा योजना को मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में परिवर्तित कर लोन दिए गए। मुख्यमंत्री स्ट्रीट वेंडर, भगवान बिरसा मुण्डा, टंट्या मामा, संत रविदास और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर स्वरोजगार योजनाओं के तहत भी लोन दिए जा रहे हैं।
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