
इंदौर। विजय नगर पुलिस ने बाल विवाह के मामले में केस दर्ज किया है। नाबालिग लड़की की अवयस्क से शादी करवा दी गई थी। किशोरी के लापता होने पर चाइल्ड लाइन का दल सक्रिय हुआ। टीम जब तक किशोरी तक पहुंची तब उसकी शादी हो चुकी थी।
इस पर टीम ने शादी कराने वाले पंडित और लड़के के जीजा और दूल्हे पर केस दर्ज किया है। चाइल्ड लाइन को सूचना मिली थी कि घर से एक किशोरी की शादी कराई जा रही है। इस पर टीम थाने पर पहुंची और पुलिस की मदद से उसके घर तक जा पहुंची। वहां पर पता चला कि लड़की घर से लापता है। उसकी टीम ने खोज शुरू की। लड़की की मां को भी साथ में लिया गया। इसी बीच क्षेत्र में उसके होने की जानकारी मिली थी। चाइल्ड लाइन के राहुल गौठाने बताया कि टीम वहां पर पहुंची तब तक उसकी शादी हो चुकी थी। इस पर टीम ने बाल विवाह विरोधी उडऩदस्ता के प्रभारी महेंद्र पाठक को सूचना दी। पाठक और पुलिस टीम वहां पर पहुंची और आरोपी लड़के के साथ ही लड़की से भी आयु का प्रमाण मांगा गया। जब उसकी जांच की गई तो पता चला कि लड़की तो नाबालिग है। वहीं लड़के की उम्र भी शादी के लायक नहीं है। वह 19 साल के लगभग का है। कानूनन वह भी 21 वर्ष तक शादी नहीं कर सकता है। इस बारे में परिजनों से बात की गई तो वह मानने के लिए तैयार नहीं थी। इस पर इस मामले में विजय नगर थाने में केस दर्ज कराया। पुलिस ने शादी कराने वाले पंडित, अवयस्क दूल्हे और उसके जीजा को आरोपी बनाया है। पुलिस आरोपी के खिलाफ कार्रवाई कर रही।
वह पढऩा चाहती थी
नाबालिग बेटी ने अपनी मां पर आरोप लगाए कि वह पढऩा चाहती थी। मां उसे पढ़ाने के बजाय घर पर रखकर मारपीट करती थी। आरोपी लडके ने फोन की रिकॉर्डिंग सुनाते हुए बताया कि लड़की की मां ने ही उसे फोन कर बताया था कि लड़की देवास में है उसे लेकर आओ और अपने पास रखो। वह इसके बाद उसे लेकर अपने घर पर आ गया। अब वह शादी कर र रहे हैं तो उसकी मां शिकायत कर रही है।
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