इंदौर। महू से लंबी दूरी की चलने ट्रेनों में यात्रियों की सुविधा का खास खयाल रखने के लिए रेलवे, कोच मित्र रखने जा रहा है। ये कोच मित्र ट्रेनों के वातानुकूलित कोच में लीनन से लेकर कोच की सफाई तक का खास खयाल रखेंगे। यात्रा के दौरान यात्रियों को किसी प्रकार परेशानी ना हो इसके लिए रेलवे साढ़ेे आठ करोड़ से अधिक की राशि खर्च कर रहा है। इसके लिए रेलवे ने टेंडर जारी किए हैं।
पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल ने हाल ही में टेंडर जारी किया है। जिसके अनुसार चार साल के लिए डॉक्टर आम्बेडकर नगर स्टेशन (डीएएनडी) से चलने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों के एसी कोच की साफ -सफाई से लेकर यात्रियों को लीनन देने तक की सेवा के लिए आउटसोर्स को जिम्मेदारी दी जाएगी। कोच में कर्मचारी तैनात रहेंगे जो सफरभर में यात्रियों की सुविधा का खयाल रखेंगे। इसके किए रेलवे जो टेंडर जारी किया उसके अनुसार 8 करोड़ 48 लाख 68 हजार 632 रुपए की राशि खर्च की जाएगी। चार साल तक के लिए रहेगा। टेंडर लेने वाली कंपनी को चार साल तक ट्रेन के एसी कोच का मेंटेन करना होगा। कोच में रहने वाले कर्मचारियों को कोच मित्र बोला जाएगा। ये कोच मित्र ओबीएचएस कोच में रहेंगे।
इन ट्रेनों के यात्रियों को मिलेगा फायदा
महू से अधिक दूरी की ट्रेनों में मालवा एक्सप्रेस, कामाख्या एक्सप्रेस, नागपुर एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनें हैं। बता दें कि चलती ट्रेनों में खासकर एसी कोच में यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे आउटसोर्स के सुविधा मुहैया कराता है।
चलती गाडिय़ों में रहेंगे तैनात
वैसे तो ट्रेन के शुरुआती स्टेशनों से साफ -सफाई होकर ही शुरू होती है। फिर भी रेलवे यात्रियों को सफर के दौरान किसी भी प्रकार की दिक्कत या असुविधा न हो इसके लिए चलती ट्रेन में कोच मित्र रखे जाते हंै। ये कोच मित्र यात्रियों को सफर के दौरान लीनन यानी चादर, कंबल, तकिए आदि देने के साथ टॉयलेट में शॉप, पेपर शॉप आदि का ध्यान रखेंगे।
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