यूक्रेन के खारकीव शहर में घुसे रूसी सैनिक, भीषण जंग में फंसे हैं 3 हजार भारतीय

खारकीव यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में चार दिनों की जंग के बाद रूसी सेना घुसने में कामयाब हो गई है। खारकीव शहर की सड़कों पर भीषण जंग जारी है। दोनों ही तरफ से एक-दूसरे पर जमकर गोले बरसाए जा रहे हैं। खारकीव शहर रूस की सीमा से बिल्‍कुल सटा हुआ इलाका है। इस शहर में करीब 3 हजार भारतीय स्‍टूडेंट अभी फंसे हुए हैं। इन भारतीय स्‍टूडेंट के पास अब खाना भी खत्‍म हो रहा है और उनके पास निकलने का कोई रास्‍ता नहीं है। यूक्रेन के अधिकारियों का कहना है कि रूसी सेना ने खारकीव पर कब्‍जा करने के नए चरण को शुरू करते हुए जोरदार हमला किया है। रूसी सेना को इससे पहले यूक्रेन की सेना से जोरदार विरोध का सामना करना पड़ा था। रूस की सीमा से मात्र 20 किमी की दूरी पर स्थित खारकीव शहर पर कब्‍जा करने के लिए रूसी सेना के जवान तेजी से बढ़ रहे हैं। अभी तक ये शहर के बाहर इंतजार कर रहे थे ताकि देश के अन्‍य हिस्‍सों पर रूसी सेना का कब्‍जा हो जाए। भारत के करीब 3 हजार बच्‍चे खारकीव में पढ़ाई कर रहे खारकीव के स्‍थानीय प्रशासन ने नागरिकों को न‍िर्देश दिया है कि वे अपने घरों से नहीं निकलें। खारकीव शहर में लगातार सायरन बज रहे हैं और धमाकों की आवाजें सुनाई दे रही हैं। खारकीव शहर में भारत के करीब 3 हजार बच्‍चे हैं जो वहां पढ़ाई करने गए हैं। भारतीय बच्‍चों की हालत बहुत खराब है और उन्‍हें 24 में से 23 घंटे तक बंकर में रहना पड़ रहा है। उनके पास अब खाना भी खत्‍म हो रहा है और वे परेशान हैं। खारकीव में जंग के बीच फंसे डॉक्‍टर स्‍वाधीन ने नवभारत टाइम्‍स ऑनलाइन को बताया कि शहर में हालात बहुत खराब है। खाने-पीने की बहुत दिक्‍कत है और हम छात्रों को खाना दे रहे हैं लेकिन हमारे पास अब एक या दो दिन का ही खाना बचा है। उन्‍होंने कहा कि अगर भारत सरकार ने जल्‍द ही ऐक्‍शन नहीं लिया तो हमारे लिए हालत बहुत खराब होने जा रही है। उन्‍होंने कहा कि खारकीव से रोमानिया और पोलैंड बहुत दूर हैं और हम वहां जा नहीं सकते हैं क्‍योंकि पूरी ट्रेन भर गई हैं। 'भारत सरकार रूस से निकलने में हमारी मदद करे' डॉक्‍टर स्‍वाधीन ने कहा कि भारतीयों को यहां से निकालने के लिए रूस ज्‍यादा करीब है और भारत सरकार हमारी मदद करे। हम भारतीय 1500 किमी की यात्रा करके रोमानिया नहीं जा सकते हैं। एटीएम बंद हैं या उनमें पैसा नहीं है, हर तरफ खौफ का माहौल है। बता दें कि खारकीव यूक्रेन का दूसरा सबसे बड़ा शहर है जिसकी आबादी 14 लाख के करीब है। एक समय में खारकीव यूक्रेन की राजधानी थी और माना जाता कि यह सांस्‍कृतिक कार्यक्रमों का केंद्र है। यहां की कला, संगीत और इतिहास बहुचर्चित है।


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