इंदौर। जिला प्रशासन उन संस्थाओं के खिलाफ शहर में लाखों लोग हैं लापरवाह एफआईआर दर्ज कराएगा, जहां के कर्मचारियों ने कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज नहीं लगवाए होंगे। जांच में ऐसे कर्मचारी मिलने पर संस्थान को सील भी किया जाएगा। यह फैसला बुधवार सुबह क्राइसेस मैनेजमेंट समिति की बैठक के बाद लिया गया।
कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ओर से दिशा-निर्देश मिले हैं। इसी आधार पर अधिकारियों को संस्थाओं की जांच कर दोनों डोज लगवाने में लापरवाही मिलने पर अधिकारियों को एफआइआर दर्ज करने के निर्देश दिए गए है। शहर में बुधवार से सख्ती से जांच शुरू कर दी है।
सियागंज, क्लॉथ मार्केट, बैंकों शॉपिंग मॉल, होटल, सरकारी व निजी कार्यालयों में दोनों डोज का प्रमाण-पत्र देखा जा रहा है। उधर, क्राइसेस मैनेजमेंट समिति के सदस्यों ने सभी वर्गों से सतर्कता बरतने की अपील की है। दुकानदारों, सामाजिक संगठनों और कार्यालयों से कहा गया है कि वे दोनों डोज नहीं लगवाने वालों के साथ सख्ती करें।
लोग हो रहे बेपरवाह
कोरोना वैक्सीनेशन के प्रति लापरवाही जारी है। लोग दूसरा डोज लगवाने नहीं आ रहे हैं। पहला डोज लगवा चुके लोगों में से अभी भी 3.45 लाख लोगों ने दूसरा डोज नहीं लगवाया है। सख्ती के बाद पहला डोज लगवाने वालों की संख्या बढ़ी है। अब तक करीब 2.75 लाख लोगों ने चेतावनी के बाद पहला डोज लगवाया है। अब भी शहर में 6.20 लाख से ज्यादा लोग असुरक्षित हैं।
मनीष सिंह, कलेक्टर का कहना है कि प्रशासन ने हर स्तर पर टीकाकरण की व्यवस्था की है। समूह में एकत्रित होने पर मोबाइल वैन को सूचना दे सकते हैं। यदि जांच में कोरोना के डोज नहीं लगवाने वाले पाए गए तो तो संस्थान, दुकान सील कर एफआइआर करवाएंगे।
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