वॉशिंगटन दुनिया के लिए महारहस्य बन चुके बेहद लोकप्रिय क्रिप्टोकरंसी बिटकॉइन के खोजकर्ता सतोशी नाकामोटो कौन हैं, आज तक इसका पता कोई नहीं लगा पाया है। विश्वभर में कई दिग्गज सतोशी को लेकर बड़े-बड़े दावे कर चुके हैं लेकिन सब गलत साबित हो चुके हैं। अब धरती के सबसे रईस इंसान एलन मस्क ने सतोशी नाकामोटो के बारे में बड़ा खुलासा किया है। क्रिप्टोकरंसी को लेकर दीवाने एलन मस्क ने कहा कि कंप्यूटर साइंटिस्ट और क्रिप्टोग्राफर निक सजाबो (Nick Szabo) ने संभवत: बिटकॉइन की खोज की थी। मस्क ने कहा कि निक सजाबो के सिद्धांत खासतौर पर 'स्मार्ट कांटैक्स' और डिजिटल करंसी 'बिट गोल्ड' बिटकॉइन के निर्माण में आधार साबित हुए। मस्क ने कहा, 'आप बिटकॉइन को लॉन्च करने से पहले उसको लेकर विचारों के विकास और उसके बारे में लिखने वाले को बात करिए। निक सजाबो ने सतोशी नाकामोटो होने से इनकार किया है लेकिन किसी अन्य की तुलना में बिटकॉइन के विकास को लेकर उनकी (निक सजाबो) दावेदारी कहीं ज्यादा मजबूत नजर आती है।' दुनिया भर में सबसे अधिक लोकप्रिय क्रिप्टोकरंसी बिटकॉइन टेस्ला के मालिक मस्क ने जोर देकर कहा कि बिटकॉइन के बनाने वाले की पहचान करना ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है। बता दें कि दुनिया भर में सबसे अधिक लोकप्रिय क्रिप्टोकरंसी बिटकॉइन के बारे में आज हर कोई जानता है। बहुत से लोग तो उसमें पैसे भी लगा रहे हैं और खूब कमाई भी कर रहे हैं। सरकार भी अब क्रिप्टोकरंसी को लेकर एक कानून लाने की तैयारी में है। कहा जाता है कि सतोशी नाकामोटो ने बिटकॉइन खोजा था, लेकिन सतोशी हैं कौन, यह अभी तक पता नहीं चल पाया था। सतोशी नाकामोटो अभी सिर्फ एक गुमनाम शख्स हैं, जिनके बारे में अभी तक दरअसल किसी को नहीं पता चल पाया है। 2008 में सतोशी नाकामोटो नाम के एक शख्स ने 9 पन्ने का वाइट पेपर निकाला था, जिसमें बिटकॉइन के विजन की बात की गई थी। एक एक ऐसा कैश सिस्टम है जो सरकार की पहुंच से दूर रहते हुए काम कर सकता है। उसके कुछ महीनों बाद सतोशी ने एक सॉफ्टवेयर जारी किया, जिसकी मदद से यूजर्स बिटकॉइन की माइनिंग कर सकते थे। सतोशी नाकामोटो 2011 में रहस्यमयी तरीके से गायब बिटकॉइन की खोज करने वाले सतोशी नाकामोटो 2011 में रहस्यमयी तरीके से क्रिप्टो की इस पूरी तस्वीर से बाहर चले गए। उन्होंने सिर्फ अपने साथी डेवलपर को एक ईमेल किया कि अब वह किसी दूसरी चीज की ओर मुड़ चुके हैं यानी अब वह किसी और प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। माना जाता है कि सतोशी नाकामोटो ने जाने से पहले करीब 11 लाख बिटकॉइन की माइनिंग कर ली थी। क्या है बिटकॉइन? बिटकॉइन एक तरह की क्रिप्टोकरंसी है। 'क्रिप्टो' का मतलब होता है 'गुप्त'। यह एक डिजिटल करंसी है, जो क्रिप्टोग्राफी के नियमों के आधार पर काम करती है। इसकी सबसे खास बात ये है डिजिटल होने की वजह से आप इसे छू नहीं सकते। बिटकॉइन की शुरुआत 2009 में हुई थी। बिटकॉइन की कीमत लगातार बढ़ रही है। यह एक डिजिटल करंसी है, जो क्रिप्टोग्राफी के नियमों के आधार पर काम करती है। इसकी सबसे खास बात ये है डिजिटल होने की वजह से आप इसे छू नहीं सकते। इसकी शुरुआत सतोशी नाकामोटो नाम के शख्स ने की थी।
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