वॉशिंगटन अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने ऐलान किया है कि इस साल का एकमात्र पूर्ण सूर्यग्रहण अगले हफ्ते लगने जा रहा है। अगर आप इस दुर्लभ खगोलीय घटना को साक्षात देखना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको काफी दूर जाना होगा। नासा के मुताबिक यह पूर्ण सूर्यग्रहण 4 दिसंबर को अंटारकटिका पर देखा जाएगा। इसके अलावा सेंट हेलेना, साउथ जॉर्जिया, फाल्कलैंड आइलैंड, चिली, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में आंशिक सूर्यग्रहण देखा जा सकता है। भारत में यह सूर्यग्रहण नहीं देखा जाएगा। नासा ने कहा कि सूर्यग्रहण तब लगता है जब चंद्रमा सूरज और हमारी धरती के बीच आ जाता है। इससे धरती पर चंद्रमा की छाया पड़ने लगती है। इससे धरती पर कई इलाकों में सूर्य की रोशनी या तो पूरी तरह से नहीं आती है या फिर आंशिक रूप से ही आ पाती है। एक पूर्ण सूर्यग्रहण रविवार को लग सकता है जब सूरज, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी लाइन में आ जाते हैं। पूर्ण सूर्यग्रहण भारतीय समयानुसार 4 दिसंबर को सुबह करीब 11 बजे शुरू हो जाएगा। दोपहर में 1 बजकर 3 मिनट पर सूर्यग्रहण अपने चरम पर पहुंच जाएगा। नासा ने बताया, कैसे देखें ऑनलाइन अंटारकटिका के पास रोने आइस सेल्फ से पूर्ण सूर्यग्रहण का सबसे अच्छा नजारा देखने को मिल सकता है। नासा ने बताया कि अगला सूर्यग्रहण अब 8 अप्रैल, 2024 को लगेगा और उसे कनाडा, मेक्सिको, अमेरिका समेत दुनिया के विभिन्न हिस्सों में देखा जाएगा। वहीं यूरोप में इस सदी में पूर्ण सूर्यग्रहण नहीं दिखाई देगा। भारत में भले ही सूर्यग्रहण नहीं दिखाई देगा लेकिन लोग इसे ऑनलाइन देख सकते हैं। नासा इसे अंटारकटिका के यूनियन ग्लेशियर से लाइव प्रसारित करेगा। इसे यूट्यूब पर और nasa.gov/live पर दिखाया जाएगा। भारतीय समयानुसार दोपहर में 12 बजे इसका प्रसारण शुरू हो जाएगा। नासा ने लोगों को चेतावनी दी है कि वे नंगी आंखों से सूर्यग्रहण को न देखें। इससे उनकी आंखें खराब हो सकती हैं। पूर्ण सूर्यग्रहण उस स्थिति को कहते हैं, जब चांद कुछ वक्त के लिए सूरज के पूरी तरह सामने आ जाता है और एक छ्ल्ले जैसा आसमान में दिखता है।
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