विदेश भागने की फिराक में अनिल देशमुख? ED ने जारी किया लुकआउट नोटिस

मुंबई एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ईडी) महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है। सूत्रों ने बताया कि देशमुख को देश से भागने से रोकने के लिए लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है। अनिल देशमुख पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। अनिल देशमुख को ईडी की ओर से कई समन जारी किए गए लेकिन उन्होंने कोई भी समय रिसीव नहीं किया। उनके ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे हैं, जिसकी वजह से उन्होंने अप्रैल में महाराष्ट्र के गृह मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने राहत देने से किया था इनकार सुप्रीम कोर्ट ने पिछले महीने मुकदमे में देशमुख को दंडात्मक कार्रवाई से अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट से राहत न मिलने के बाद अब उनके ऊपर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। ईडी का मानना है कि अब वह गिरफ्तारी से बचने के लिए विदेश भाग सकते हैं इसलिए उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका पेंडिंग देशमुख ने एजेंसी के समन को रद्द करने के लिए 2 सितंबर को बॉम्बे हाईकोर्ट का रुख किया था। हालांकि, याचिका पर अभी तक सुनवाई नहीं हुई है। ईडी अब तक देशमुख को पांच समन जारी कर पूछताछ के लिए पेश होने को कह चुका है। हालांकि, देशमुख ने हर सम्मन को यह कहते हुए लौटा दिया कि वह कानूनी कदम उठा रहे हैं। ईडी ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से अनिल देशमुख के खिलाफ दायर भ्रष्टाचार के एक मामले के आधार खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया। इस मामले में अनिल देशमुख जुड़े अन्य लोगों के नाम भी शामिल हैं। अनिल देशमुख पर लगे हैं ये आरोप देशमुख पर गृह मंत्री रहते हुए अपने पद का कथित रूप से दुरुपयोग करने का आरोप है। यह भी आरोप है कि नेता ने बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वझे के जरिए मुंबई के विभिन्न बार और रेस्तरां से 4.70 करोड़ रुपये एकत्र करवाए। कथित तौर पर देशमुख के परिवार का एक शैक्षिक ट्रस्ट, नागपुर में श्री साईं शिक्षण संस्थान हैं जहां धन की हेराफेरी की गई। सारे आरोप मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परम बीर सिंह ने लगाए थे। सीबीआई ने 5 अप्रैल को बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले के आधार पर इस साल 21 अप्रैल को देशमुख के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। हालांकि, देशमुख ने बार-बार किसी भी तरह के कदाचार से इनकार किया है। एनसीपी नेता के निजी सचिव, निजी सहायक और वकील हो चुके हैं गिरफ्तार ईडी ने अनिल देशमुख के मुंबई और नागपुर के ठिकानों पर छापेमारी की थी। उसके बाद उनके निजी सचिव और निजी सहायक की गिरफ्तारी की थी। जांच रिपोर्ट लीक होने को लेकर सीबीआई ने उनके दामाद से पहले पूछताछ की थी। अनिल के वकील की भी गिरफ्तारी हो चुकी है। क्या है लुकआउट नोटिस इस नोटिस के जारी करने का मकसद किसी को भी विदेश जाने से रोकना होता है। यानी संबद्ध व्यक्ति एयरपोर्ट पर पहुंचता है, तो वहां की एजेंसी नोटिस जारी करने वाली एजेंसी को जानकारी देती है।


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/3th6f5I
Previous Post Next Post