ब्यूनस आयर्स दुनिया का सबसे ऊंचा सक्रिय ज्वालामुखी अर्जंटीना के ऐंडियन पहाड़ों पर है। जब वैज्ञानिक यहां 22 हजार फीट ऊपर गए तो टकराए कुछ हैरान करने वाले अवशेष मिले। अनैलेसिस किया गया तो पाया गया कि ये एक 13 साल की लड़की के थे जो कंबल में लिपटी थी। उसके पास चार-पांच साल की एक लड़की और एक लड़के के अवशेष भी थे। देखने में लग रहा था मानो हाल ही की घटना हो लेकिन बाद में पता चला कि ये 500 साल पुराने अवशेष थे। 'सबसे बेहतरीन तरीके से संरक्षित ममी' ये अवशेष दक्षिण अमेरिका के Inca साम्राज्य के समय के थे। दिलचस्प बात यह है कि 1.5 मीटर चट्टानों के नीचे दफन होने के बाद उनके अंदरूनी अंग देखकर लग रहा था जैसे मौत हाल ही में हुई हो। टीम को लीड करने वाले पुरातत्वविद डॉ. जोहान रेनहार्ड ने इसे सबसे बेहतरीन तरीके से संरक्षित की गई ममी करार दिया। उन्होंने स्मिथसोनियन चैनल की डॉक्युमेंटरी में 1999 की इस खोज के बारे में बताया। 'सबकुछ सही सलामत' उन्होंने बताया कि जब यह ममी बाहर आई तो पूरी तरह से ढकी थी। शरीर का कोई हिस्सा नहीं दिख रहा था। कपड़े बेहतरीन थे और सब सुरक्षित था। उन्होंने यहां तक कहा कि इसे खोलते वक्त डर लग रहा था कि कहीं यह जग न जाए क्योंकि यह जिंदा लग रही थी। इसका शरीर पूरी तरह से संरक्षित था। इस पर खाल से लेकर लेकर नाखून तक सब सही सलामत था। उसके साथ सिरामिक की आकृतियां और दूसरे कपड़े भी थे। ये सभी भी अच्छी हालत में थे। नशा दिया जाता होगा रिसर्च में यह भी अंदेशा जताया गया कि इन बच्चों की बलि दी गई थी। उन्हें मारने से पहले बेहोश किया गया होगा। माना जा रहा है कि जंग या प्राकृतिक आपदा की स्थिति में उनकी बलि दी गई होगी और ऐसे कार्यक्रम का कैलेंडर भी था। रिसर्चर्स ने बच्चों के बाल में केमकिल अनैलेसिस किया था नशीला पदार्थ दिए जाने की बात साफ ह गई। Inca काल में इनका काफी इस्तेमाल किया जाता था। बड़ी लड़की को मौत के एक साल पहले नशीला पदार्थ दिया जाता होगा। उसे खाना भी अलग तरह का दिया जाने लगा था।
from World News in Hindi, दुनिया न्यूज़, International News Headlines in Hindi, दुनिया समाचार, दुनिया खबरें, विश्व समाचार | Navbharat Times https://ift.tt/2XQCD3W