यरूशलम इजरायल की ताबुन गुफाओं में 3.57 लाख साल पुराना एक औजार मिला है। अपनी तरह के सबसे प्राचीन औजार की खोज लोअर पेलियोलिथिक काल में की गई है। गुफाओं में मिला यह औजार अंडाकार है। यह डोलोमाइट से बना है और इसका वजन करीब आधा किलो का है। इसके तीन टुकड़े आसपास मिले हैं। इस पर किए गए काम के निशान मिले हैं जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि इसका इस्तेमाल पीसने के काम के लिए किया जाता होगा। तकनीकी कौशल की झलक यह औजार हाथ से चलने वाली कुल्हाड़ियों के बड़े समूह का हिस्सा मालूम पड़ रहा है। यह लोअर पेलियोलिथिक परत की एकिएलो-यब्रूडियन कॉम्प्लेक्स में है जो 4.15 लाख से 2.5 लाख साल पुराना माना जाता है। यूनिवर्सिटी ऑफ हाइफा में जिनमैन इंस्टिट्यूट ऑफ आर्कियॉलजी के डॉ. रॉन शिमेलमिट्ज के मुताबिक इस कॉम्प्लेक्स की खासियत है आग और चूल्हे से जुड़ीं गतिविधियां और सामाजिक-आर्थिक कार्यों के लिए कॉम्प्लेक्स का निर्माण। थीं कई काबिलियत इससे तकनीकी कौशल की झलक मिलती है। इस दौरान ब्लेड्स की तकनीक, किसी औजार को बनाने के लिए दूसरे औजार का इस्तेमाल और पत्थर, हड्डियों, लकड़ी और राख को भी नई शक्ल में तब्दील करने की काबिलियत थी। ताजा खोज में मिले औजार का इंसान इस्तेमाल कैसे करते थे, इसके लिए गहन अध्ययन किया गया। इसमें पता चला कि इसका इस्तेमाल पीसने और घिसने के लिए किया जाता होगा। प्राचीन है तकनीक यह औजार पत्थर से बने औजारों के साथ इस बात का संकेत देते हैं कि यह तकनीक कितनी प्राचीन है। इससे पता चलता है कि ऐसे औजारों को बनाने की तकनीक कितनी पुरानी, जटिल और महीन रही थी जिसके बारे में आधुनिक मानव का ज्ञान अभी विकसित हो रहा है। इस दिशा में और ज्यादा रिसर्च और स्टडी से प्राचीन मानव सभ्यता की क्षमताओं के बारे में और ज्यादा जानकारी मिल सकती है।
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