मिंस्क बेलारूस में राष्ट्रपति के खिलाफ प्रदर्शनों का दौर रुकने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को करीब एक लाख लोगों ने 'हीरो सिटी' में जोरदार प्रदर्शन किया। ये प्रदर्शनकारी 'जन्मदिन मुबारक हो चूहे' के नारे लगा रहे थे। राष्ट्रपति लुकाशेंको 66 साल के हो गए हैं और उनके इस्तीफे के लिए देशभर में प्रदर्शनों का दौर जारी है। राष्ट्रपति लुकाशेंको जन्मदिन पर राजधानी में स्थित अपने घर में ही रहे और उन्हें वहां पर एक बार फिर से असाल्ट राइफल के साथ देखा गया। लुकाशेंको को उनके जन्मदिन पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने फोनकर बधाई दी और उन्हें मास्को आने का न्यौता दिया है। माना जा रहा है कि रूस ने यूरोपीय यूनियन के प्रतिबंधों और 9 अगस्त को हुए राष्ट्रपति चुनाव को अमेरिका के खारिज किए जाने पर पुतिन ने इस फोन के जरिए राष्ट्रपति को अपने समर्थन का ऐलान किया है। लुकाशेंको पिछले 26 साल से अपने पद पर बने हुए हैं। पिछले चुनाव में उन्हें 80 फीसदी वोट मिलने का दावा किया गया और उनकी प्रतिद्वंदी स्वीतलाना को देश छोड़कर जाना पड़ा। इसके बाद से 95 लाख की आबादी वाले देश में जोरदार प्रदर्शनों का दौर जारी है। प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति के इस्तीफे और फिर से चुनाव कराए जाने की मांग कर रहे हैं। रूस लुकाशेंको की खुलकर मदद करने से झिझक रहा उधर, राष्ट्रपति लुकाशेंको ने दावा किया है कि उन्होंने रूस से समझौता किया है कि अगर जरूरत पड़ेगी तो पुतिन अपनी सेना को भेजेंगे। हालांकि रूस इस समय लुकाशेंको की खुलकर मदद करने से झिझक रहा है। अधिकारियों ने अब तक 7 हजार से अधिक लोगों को अरेस्ट किया है।प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया है कि पुलिस गिरफ्तार किए गए लोगों को प्रताड़ित कर रही है। प्रदर्शनकारियों में शामिल चुनाव के एक पर्यवेक्षक ने कहा कि इन प्रदर्शनों को देखकर यह नहीं लग रहा है कि लुकाशेन्को को 80 फीसदी वोट मिले हैं। उन्होंने जर्मन टीवी चैनल डीडब्ल्यू से बातचीत में कहा कि चुनाव के परिणाम पूरी तरह से झूठ हैं। इन प्रदर्शनों को देखकर नहीं लगता कि राष्ट्रपति को इतने वोट मिले हैं। मैं उन्हें माफ नहीं कर सकता हूं।
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