
वाशिंगटन अमेरिकी राष्ट्रपति ने के खिलाफ अपना गुस्सा हाजिर करते हुए कुछ चीनी नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर रोक लगाने का ऐलान किया। इतना ही नहीं, उन्होंने अमेरिका में चीन से आने वाले इन्वेस्टमेंट के नियमों को भी कड़ा करने का फैसला किया। बता दें कि कुछ दिन पहले ही अमेरिकी कांग्रेस में चीन के खिलाफ कड़े कदम उठाए जाने को लेकर एक बिल पेश किया गया है। नई ट्रेवल एडवाइजरी जारी करेगा यूएस व्हाइट हाउस में मीडिया को संबोधित करते हुए ट्रंप ने यह भी कहा कि चीन के नए सुरक्षा कानून के जवाब में वह हांगकांग के साथ स्पेशल ट्रेड डील को खत्म कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका अपने नागरिकों के हॉन्ग कॉन्ग यात्रा को लेकर नया ट्रेवल एडवाइजरी जारी करेगा। इससे चीन की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। 'दुनिया को चीन से जवाब चाहिए'ट्रंप ने चीन के खिलाफ आक्रामक लहजे में कहा कि दुनिया को चीन से जवाब चाहिए। ट्रंप ने कोरोना को चीन का वुहान वायरस करार देते हुए कहा, 'चीन ने वुहान वायरस को छिपाकर कोरोना को पूरी दुनिया में फैलने की इजाजत दी। इससे एक वैश्विक महामारी पैदा हुई, जिसने 1 लाख से ज्यादा अमेरिकी नागरिकों की जान ले ली। पूरी दुनिया में लाखों लोगों की इस वायरस से मौत हुई। चीन पर बौद्धिक संपदा के चोरी का आरोप अमेरिकी रााष्ट्रपति ने चीन के ऊपर बौद्धिक संपदा के चोरी का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि चीन ने अमेरिका से अरबों डॉलर कमाए जबकि यहां के लोगों को नौकरियां नहीं दी। चीन ने विश्व व्यापार संगठन को लेकर अपनी प्रतिबद्धताओं का भी उल्लंघन किया। गैरकानूनी रूप से दावा कर रहा चीन ट्रंप ने आरोप लगाया कि इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में गैरकानूनी रूप से द्वीप का निर्माण कर अपना दावा कर रहा है। यह स्वतंत्र नेविगेशन और अंतरराष्ट्रीय समुद्री व्यापार के लिए खतरा है। इसके अलावा चीन ने हॉन्ग कॉन्ग को लेकर भी अपने वादे को तोड़ दिया है।
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